Book Title: Jinsenacharya krut Harivansh Puran aur Sursagar me Shreekrishna
Author(s): Udayram Vaishnav
Publisher: Prakrit Bharti Academy

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Page 343
________________ 58. हरिवंशपुराण सर्ग 11/139 और भी 1/127-28, 2/151, 3/97, 4/384, 5/735, 9/223, 11/139, 13/33-34, 17/163-64, 22/65, 27/186, 31/138, 32/44, 33/174, 35/80, 40/46, 41/57, 48/75, 61/108, 62/146 आदि हरिवंशपुराण सर्ग 36/1 - पृ० 459 और भी 6/2-75, 57/183 60. हरिवंशपुराण सर्ग 26/56 - पृ० 361 और भी वही 34/128, 41/57, 45/134, 55/134-138 61. हरिवंशपुराण सर्ग 8/236 - पृ० 164 और भी वही 16/1-79, 46/58-62, 53/49-53, 60/573 62. हरिवंशपुराण सर्ग 6/139 - पृ० 130 63. हरिवंशपुराण सर्ग 7/178 - पृ० 145 64. हरिवंशपुराण सर्ग 27/139 - पृ० 372 और वही 30/85, 87, 91, 63/1-114 65. हरिवंशपुराण सर्ग 25/72 - पृ० 356 66. हरिवंशपुराण सर्ग 10/161 - पृ० 197 और वही 19/105-107, 37/1-147, 54/69-75, 66/1-151 हरिवंशपुराण सर्ग 18/180 - पृ० 275 और वही 23/153, 29/72, 38/1-55, 42/98-108, 47/137, 52/92-93 68. हरिवंशपुराण सर्ग 34/73 - पृ० 427 और भी वही 34/86, 89, 98, 104, 105 69. हरिवंशपुराण सर्ग 35/41 - पृ० 453 और भी वही 35/1 से 79 70. : हरिवंशपुराण सर्ग 34/73 - पृ० 427 71. हरिवंशपुराण सर्ग 12/80 - पृ० 214 और वही 12 / 81-82, 19/271, 34/77, 90, 56/ 114-119 72. हरिवंशपुराण सर्ग 15/1 - पृ० 229 और वही 15/2-62, 24/86, 43/244, 44/52, 45/158-160, 55/1-133 73. हरिवंशपुराण सर्ग 39/9 - पृ० 488 और वही 39/1-8 (त्रोटकद्वयनिर्मित) 74. हरिवंशपुराण. सर्गः 34/84 - पृ० 433 75. हरिवंशपुराण सर्ग 49/9 - पृ० 576 और वही 49/1-51 76. सूरदास और उनका साहित्य - डॉ० देशराजसिंह भाटी - पृ० 514 77. सूरदास और उनका साहित्य - डॉ० देशराजसिंह भाटी - पृ० 515 78. . सूरसागर पद सं० 2236 - पृ० 816 79.. सूरसागर पद सं० 180 - पृ० 59 80. सूरसागर पद सं० 432 - पृ० 171

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