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जीने का उसूल
अबोध
अर्थी को देखकर भी जो जीवन का अर्थ न समझे, ज्ञान और बोध तो व्यर्थ ही है ।
अभय
अभाव
तुम डरो मत, तुम्हें ग़लत को गलत कहने का हक़ है।
अमृत
अभिवादन
अभाव में भी प्रसन्न रहने वाले व्यक्ति स्वभाव की प्रतिकूलताओं पर विजय प्राप्त कर लेते हैं ।
उसका
घर में आए मेहमान का खड़े होकर अभिवादन करना उसके लिए स्वागत द्वार बनाने से भी बढ़कर है।
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अमृत अमरता देने वाला कोई पदार्थ नहीं है । वह तो एक भाव - दशा है, जो कि व्यक्ति को मृत्यु
से मुक्त कर
देती है।
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