________________ 7.. वस्त्र विधि : पहनने के वस्त्रों के प्रकार और संख्या की मर्यादा करना। अनेक व्यक्ति रेशम का त्याग करते हैं, अनेक सिर्फ खादी के वस्त्र ही पहनते हैं तो कितने ही व्यक्ति थोड़े-से वस्त्रों में जीवन की लम्बी यात्रा तय. कर लेते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी इस नियम के जीवन्त उदाहरण रहे हैं। 8. विलेपन विधि : शरीर पर लेप करने की वस्तुओं, क्रीम आदि की मर्यादा करना। हिंसक सौन्दर्य प्रसाधनों का त्याग इस नियम के अन्तर्गत किया जा सकता है। पुष्प विधि : फूलों और फूल-मालाओं की मर्यादा करना। फूलों की रक्षा के साथ तितलियों, भौंरों और अनेक प्रकार के सूक्ष्म जीव-जन्तुओं की रक्षा जुड़ी है। इस प्रकार इसमें पर्यावरण, पारिस्थितिकी और जैव-विविधता का संरक्षण जुड़ा है। 10. आभूषण विधि : आभुषणों के प्रकार और संख्या की मर्यादा करना। 11. धूप विधि : धूप, अगरबत्ती आदि की मर्यादा करना। 12. पेय विधि : पेय पदार्थों के प्रकार और मात्रा की मर्यादा करना। 13. भोजन विधि : भोज्य पदार्थों की मर्यादा करना। . 14. ओदन विधि : चावलों के प्रकार एवं माता की मर्यादा करना। 15. सूप विधि : विभिन्न दालों व चीजों से बनने वाले सूपों का संख्या व मात्रा की मर्यादा करना। 16. विगय विधि : दही, मक्खन, घी, तेल आदि की मर्यादा करना। 17. शाक विधि : खाने की हरी सब्जियों की मात्रा और संख्या की मर्यादा करना। 18. माधुरक विधि : गुड़, शक्कर, सूखे मेवे आदि की मर्यादा करना। 19. जेमन विधि : विभिन्न प्रकार के व्यंजनों की मर्यादा करना। 20. पानीय विधि : पीने के पानी के प्रकार और परिमाण की मर्यादा करना। 21. मुखवास विधि : पान, पान मसाला, सौंप, सुपारी, इलायची, लौंग आदि की मर्यादा करना। तम्बाकूयुक्त पदार्थों के त्याग को इसके अन्तर्गत लिया जा सकता है। (190)