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नमोत्पुण समणस्स भगवओ महावीरस्त गणधर भगवान् सुधर्मस्वामी प्रणीत
श्री भगवती सूत्र
मंगलाचरण
____णमो अरहंताणं, णमो सिद्धाणं, णमो आयरियाणं, णमो उवज्झायाणं, णमो लोए सव्वसाहूणं । णमो बंभीए लिवीए । णमो सुयस्स।
शब्दार्ष-गमो अरहताणं-अरिहन्त भगवान् को नमस्कार हो, गमो सिद्धार्ग-सिद्ध भगवान् को नमस्कार हो, णमो आयरियाणं-आचार्य महाराज को नमस्कार हो, णमो उवमायागं-उपाध्यायजी महाराज को नमस्कार हो, गमो लोए सव्वसाहणं-लोक में सब साधुजी महाराज को नमस्कार हो, गमो बंभीए लिबीए-ब्राह्मी लिपि को नमस्कार हो, णमो सुयस्स-श्रुत को नमस्कार हो ।
भावार्थ-अरिहन्त भगवान् को नमस्कार हो, सिद्ध भगवान् को नमस्कार हो, आचार्यजी महाराज को नमस्कार हो, उपाध्यायजी महाराज को नमस्कार हो, लोक में सब साधुजी महाराज को नमस्कार हो। बाह्मी लिपि को नमस्कार हो। श्रुत को नमस्कार हो।
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