________________
वैशाख, ज्येष्ठ, वीरनि०सं० २४५६]
हिसाब आमद व खर्च वीर सेवक संघ और समन्तभद्राश्रम
ॐ अर्हम्
गोवारा हिसाब मद व ख़र्च वीर सेवक संघ और समन्तभद्राश्रम क़रौलबाग़, देहली.
ता० ६ जुलाई सन् १६५६ से ३१ मार्च सन् १६३० तक खर्च (नाम)
आमद (जमा)
२१६६) आश्रमसहायता खाते जमा:--
१४२९) बतौर फीस सभासदी संघके आए। ७३७) अन्य प्रकार से आश्रम की सहायतार्थ प्राप्त हुए ।
२१६६)
१०९१||–J|| ‘अनेकान्त' खाते जमा इस प्रकारः१०८५ || - ) ||| ग्राहकोंसे वसूल हुए मय वी.पी. पोटेज श्रादिके (इस रक़म में ३९=Jवी.पी. पोष्टेज आदि शामिल हैं) ।
६) विज्ञापन की छपाई के आए ( मध्ये १८) रु० के )
१०९१।।-)।।।
|| || भोजन खाते जमा, जो प्रायः आश्रमकी रसोई में भोजन करने वालों (अधिष्ठाता आदि) से प्राप्त हुए ।
६) प्रचार खाते जमा,जो सफ़र खर्च के रूप में प्राप्त हुए १) मुतफर्रिक खाते जमा, रि०रेल्वे टिकटकी विक्री से प्राप्त ।
१) ॥ पोष्टेज खाते जमा, जो बाहर से पोटेज के लिये प्रायः टिककोंके रूपमें श्राए ।
३३६६८)।।।
४१७
१३६८) 'अनेकान्त' खाते खर्च इस प्रकार :११४|| चित्रों के डिजाइन और ब्लाकों की बनवाई में मुरारी-आर्ट प्रेसको दिये । ३१८ = ) || काग़ज़ खर्च पाँच किरणों में आर्ट पेपर के ।
४४८) छपाई चित्रों व 'अनेकान्त' की चार किरणोंकी बाबत दिये४४) मुरारी आर्टप्रेस को
४०४) गयादत्त प्रेस को मय छपाई विज्ञापन, रैपर श्रादिके ( पाँचवीं format छपाई देनी है ।) २३||\-) गामा बाइन्डरका, चार किरणोंकी सिलाई कटाई आदि बाबत दिये X २१९|| )|| अयोध्याप्रसादजी गोयलीयको, बाबत वेतन के दिये ।
४) ग्राहकों को मूल्यकी वापसी ( एक को २ || ) वापिस भेजे गये और एकके प्राहकखाते से सदस्यखाते में जमा किये गये । )
२१४) पोष्टेज खर्च, मध्ये २४४ || = ) || कुल पोज खर्च आश्रमके ।
२- सामयिक पत्रोंके मँगाने में खर्च | २२|| || मुफ़र्रिक खाते खर्च:
ट्राम्बे व ताँगे आदिमें, फुटकर १६ )| १३६८)
(६८) ।
* पांचवीं किरण तथा कुछ परों की छुपाई बाबत ८४॥ अप्रेल मासमें 'गयादत्त प्रेस' को दिये जा चुके हैं। x पांचवीं किरणकी बाबत ४॥
नमें दिये गये ।