Book Title: Anekant 1930 Book 01 Ank 01 to 12
Author(s): Jugalkishor Mukhtar
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 654
________________ पारिवन, कार्तिक, वीरनि०सं०२४५६] अनकान्तका वार्षिक हिसाब गोशवारा वार्षिक हिसाब 'अनेकान्त' प्रामद (जमा) खर्च (नाम) १०९११/- ता० ३१ मार्च सन १९३० नक जमा, १३६८) ना० ३१ मार्च सन् १९३० तक का खर्च, जिस जिसमें १०८५||-- प्राहकोंसे मय वी. की तफमील 'अनकान्त' की किरण ६-७में पी. पाष्टेज श्रादि (३९-) के वसूल पृष्ठ ४१७ पर दी जा चुकी है। हुए और ६० विज्ञापनकी छपाईके ५५०४ ता० १ अप्रेल से १० नवम्बर १९.३० तक पाए थे। खर्च हुए इस प्रकार :५८६।।) ता०१ अप्रेलसं १० नवम्बर मन १९३० तक २९३|||-|| कागज खर्च, जो धूमीमल ध. प्राप्त हुए इस प्रकार : मंदास, मथुगदाम रामजीदास २५PI) प्राहकोमे वमल हुए मय वी.पी. तथा तथा झन्नमल पन्नालाल काराजी ___ -रजिष्टरी पाष्टेज आदिके (इम रकम और जौहरीमल सर्गफको दियं । में १००) वी. पी. पोष्टेज प्रादि के ३९३।।) छपाई ५से १० किरण तथा रैपर शामिल हैं)। की बाबत गयादत्त प्रेम को दिये। ०५२) वीर-सेवकमंधके ६३ मतस्यों की बाबन -२|||-) गामा बाइंडरको किरण ५ से १० तककी बंधाई बाबत दिये। मदम्य म्यान में 'अनकान्त' ग्यान में जमा १८५) वेतनमें दिये इस प्रकार :किये गये। ११५) पं० दुर्गाप्रमाको ७ मास के । ७८) सहायतार्थ प्राप्त हुए। ६६) पं० मतीशचंद्रको ५१ दिन के । वीर-दीना-चित्रोंकी विक्रीम पाए। ७०) पाष्टेज स्वर्थ, मध्य 12) कुल पी. - - ---- ---- - ---- ऐज बर्च पाश्रमके। ____५८) 11-11 स्टेशनरी खर्च। १४|मामयिक पत्रोंके मंगानमें सार्च। ५/-)। मुनरिक बात खर्च- . ५२२०) लगभग या Bा ट्राम्बे व ताँगे भादि में। गा- ब्लाकमरम्मत श्रादि फुटकर - - ४२) जो मंयक किरण ११, १२की पुरी छपाई, बंधाई, पोष्टेज और कुछ काराज भाविकी पावन भंगजन सर्च करना तथा ना बाकी है। २६००४) मुगलकिशोर मुमतार अषिक्षावा 'समन्तभद्राश्रम'

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