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आगमसूत्र-हिन्दी अनुवाद
[३०७] गर्दा चार प्रकार की है-यथा, स्वकृत दोष की शुद्धि के लिए उचित प्रायश्चित्त लेने हेतु मैं स्वयं गुरु महाराज के समीप जाऊं यह एक गर्दा है । गर्हणीय दोषों का मैं निराकरण करूं यह दूसरी गर्दा है । मैंने जो अनुचित किया है उसका मैं स्वयं मिथ्या दुष्कृत करूं-यह तीसरी गर्दा है । स्वकृत दोषों की गर्दा करने से आत्म-शुद्धि होती हैं, यह जिन भगवान ने कहा है-इस प्रकार स्वीकार करना, यह चौथी गर्दा हैं ।
[३०८] पुरुष वर्ग चार प्रकार का है । एक पुरुष अपने आपको दुष्प्रवृत्तियों से बचाता हैं किंतु दूसरे को नहीं बचाता । एक पुरुष दूसरो को दुष्प्रवृत्तियों से बचाता हैं, किंतु स्वयं नहीं बचता । एक पुरुष स्वयं भी दुष्प्रवृत्तियों से बचता है और दूसरे को भी बचाता हैं । एक पुरुष न स्वयं दुष्प्रवृत्तियों से बचता हैं और न दूसरे को बचाता हैं ।
मार्ग चार प्रकार का है । एक मार्ग प्रारम्भ में भी सरल है और अन्त में भी सरल है । एक मार्ग प्रारंभ में सरल हैं किन्तु अंत में वक्र है । एक मार्ग प्रारंभ में वक्र है किन्तु अन्त मे सरल है । एक मार्ग प्रारम्भ में भी वक्र हैं और अन्त में भी वक्र है । इसी प्रकार पुरुष वर्ग भी चार प्रकार का है -मार्ग चार प्रकार का है । एक मार्ग प्रारम्भ में भी उपद्रवरहित है
और अन्त में भी उपद्रवरहित हैं । एक मार्ग प्रारम्भ में उपद्रवहित हैं अन्त में उपद्रवरहित नहीं है । एक मार्ग प्रारम्भ में उपद्रवसहित हैं अन्त में उपद्रवरहित हैं । एक मार्ग प्रारम्भ में और अन्त में उपद्रवसहित हैं । इसी प्रकार पुरुष वर्ग भी चार प्रकार का है ।। ___मार्ग चार प्रकार का है यथा-एक मार्ग उपद्रवरहित है और सुन्दर हैं । एक मार्ग उपद्रवरहित हैं किन्तु सुन्दर नहीं हैं । एक मार्ग उपद्रवसहित हैं किन्तु सुन्दर हैं । एक मार्ग उपद्रवसहित भी हैं और सुन्दर भी नहीं हैं । इसी प्रकार पुरुष वर्ग भी चार प्रकार है । यथाएक पुरुष शांत स्वभाववाला है और अच्छी वेशभूषा वाला है । एक पुरुष शांतस्वभाववाला है किन्तु वेशभूषा अच्छी नहीं है । एक पुरुष खराब वेशभूषा वाला तो है किन्तु शांत स्वभावी है । एक पुरुष खराब वेशभूषा वाला भी है और क्रूर स्वभाववाला भी है ।
शंख चार प्रकार के है । एक शंख वाम है और वामावर्त भी हैं । एक शंख वाम है किन्तु दक्षिणावर्त है । एक शंख दक्षिण है किन्तु वामावर्त हैं । एक शंख दक्षिण है और दक्षिणावर्त भी है । इसी प्रकार पुरुष वर्ग भी चार प्रकार का है । एक पुरुष प्रतिकूल स्वभाववाला और प्रतिकूल व्यवहारवाला भी है । एक पुरुष प्रतिकूल स्वभाववाला है किन्तु अनुकूल व्यवहारवाला है । एक पुरुष अनुकूल स्वभाववाला है किन्तु प्रतिकूल व्यवहारवाला है । एक पुरुष अनुकूल स्वभाववाला और अनुकूल व्यवहारवाला है ।
___ धूमशिखा चार प्रकार की है । यथा-एक धूमशिखा वामा है (बांयी ओर जानेवाली है) और वामावर्त भी है । एक धूमशिखा वामा है किन्तु दक्षिणावर्त है । एक धूमशिखा दक्षिणा है किन्तु वामावर्त है । एक धूमशिखा दक्षिणा है और दक्षिणावर्त भी है । इसी प्रकार स्त्रियां भी चार प्रकार की है - अग्निशिखा, और स्त्रियों के चार भांगे । वायुमंडल, और स्त्रियां के चार भांगे । वनखंड, और पुरुषों के चार भांगे जानना ।
[३०९] चार कारणो से अकेला साधु अकेली साध्वी से बातचीत करे तो मर्यादा का उलंघन नहीं करता है । मार्ग पूछे, मार्ग बतावे, अशनादि चार प्रकार का आहार दे, और अशनादि चार प्रकार का आहार दिलावे ।