Book Title: Agam 38B Panchkappabhasa Chheysutt 05B
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
३०
पंकयो -()
॥३७६।।
॥३७७॥
३७॥
॥३७९॥
1३८०||*
1८11
||રૂરી
॥३८३॥
॥३८४॥
(३७६) निववरह बहुपक्वम्मि वावि वुहुंचगम्मि पव्वइए
योसिरणं वोच्छामी विहीऍजह कीरए तस्स (३७७) भिण्णकहाओ पटुंबिंती न धडति इहंखुएरिसयं
परतित्थिगादि वयसूजदि बेती तुज्झ समयंति (३७८) इय होतुत्ती वोतूण निग्गतो भिक्खमादिलक्खेणं
भिक्खुगमादी छोढुं विपलायंती पुणो तत्तो (३७९) कावालिए सरक्खे तश्वणियलिंगमादि यसमा तु
तंर्णितु देउलादिसुसुतं छहित्तु वसभेन्ति (३८०) तिविहो होति यजड्डोमास सरीरे य करणजडोय
भासाजड्डो चउहा जल एलगाममण दुमेहो (३८१) जह जलवुडो मासति जलमूओ एव भासइ अवत्तं
जह एलगोद एवं एलगभूगो बलबलेति (३८२) मप्पणमूओ बोब्बड खलेइ याया हु अविसदाजस्स
दुम्मेहस्स न किंची घोसंतस्सावि ठायइहु (३८३) दंसणनाणचरित्ते तवेय समितीसुकरणजोगेय
उवइसृपि न गेणति जलमूगो एलमूगोय (३८४) नाणादिऽट्ठा दिक्खा मासाजड्डो अपचलो तस्स
सोयबहिरोय नियमा गाहण उडए अहिकरणं (३८५) तिविहो सरीरजड्डोपंथे भिक्खे तहेव वंदणए
एतेहिं कारणेहिं सरीरजहुं न दिक्खेजा (१८६) अद्धाणेपलिमंथो भिक्खायरियाए अपरिहत्योय
उड्दुस्सासऽपरक्कम अहिअग्गीउदगमादीसु (१८७) आगाढगिलाणस्स य असमाही वाविहोश मरणं वा
जड्ढे पासेवि ठिए अण्णे य भवे इमे दोसा (३८८) सेदेण कक्खमादी कुच्छण धुवणुप्पिलावणे दोसा
नस्थि गलओय चोरो निंदियमुंडा यजणवादो (३८९) नेगे सरीरजले एमादीया हवंति दोसा तु
___ तहातं नवि दिक्खे गच्छ महल्ले वऽणुण्णाए (३९०) इरियासमिईमासेसणासु आदानसमिइगुत्तीसु
नवि ठाति वरणकरणे कम्मदएणं करणजङो (३९१) जलमूगएलमूगो अतिथूरसरीर करणजड्डोय
दिक्खंतस्सेते खलु चउगुरु सेसेसुमासलहू (३९२) भासाजडं मम्मण सरीरजहुंचनातिथूरंच
जावज्जिय परियट्टे करणेजडंतु छम्मासे (३९३) मोत्तुं गिलामकब्जे दुम्मेहं वावि पाढि छम्मासे
ताहे तं दुम्मेहंजोऽविय कस्गम्मि सो जड्डो
३८५॥
॥३८६।।
||३८७॥
॥३८८॥
॥३८९॥
॥३९०॥
॥३९॥
॥३१॥
॥३९३॥
For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164