Book Title: Agam 38B Panchkappabhasa Chheysutt 05B
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 61
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ५८ पंचकप्पो . (८७८) ॥८७८II ॥८७९|| ॥८८000 ॥८८१ ॥८८२॥ ॥८८३|| ॥८८५॥ ॥८८६॥ (८७८) बंधति भिन्नं अविही मिन्नं वधरेति सोऽवि उवधातो सुव्वण्णं च दुवण्णं करेजमा तंतु हीरेज (८७९) दुव्यण्णं वसुवणं विभूसहेतुंतुजो करेजाहि उवहिउवघात एते अहवा अण्णेऽविपेहोति (८८०) पंचऽय पत्ररसा सोलस दस चेव होति ठाणाणि चत्तारि एककगाति बारस दीसंच ठाणाइ (८८१) दव्ये खेत्ते काले भावे पुरिसे य होति पंचेव एतेसि पंचण्डविपरूवणा होति कायव्या (८८२) दब्बेअणलं अथिरं अधुवंच तहा अधारणिऊंच एतेसु चउसुंपी गेण्हते भंगसोलस तु (८८३) अहवा महद्धणाई खित्ते काले य अनितंजंतु भावे जहा गिलाणो मुंजे अगिलाणो तह चेय (Lax) पुरिसे असहूतु जहा सहूवि परिमुंजते तहा उवहीं रायादी पव्यइओ अहवा पुरिसो हवेचाही (८८५) अहवा गारवमुच्छा अविइत्तऽतिरित्त बाउसत्तंच पंचते उपहिम्मी समणाणसयान कायव्या (८८६) जोगमकातुमहागडे जो गेहति अप्प सपरिकम्मंदा अहवा अमग्गिऊणं अप्पंगिण्हे सपरिकम्म (८८७) अप्पडिलेहिय गारय मुच्छ विभासा य होति सतमए एचियत्तेतूमा मे कोई छियतुत्ती होति अट्ठमए (aaz) पनरसुग्गमदोसा अज्झोयरमीसजायमेगं तु उप्पायणसोलसगं एसणदोसा यदसगंतु (८८९) संजोयणा पमाणे इंगाले चेव होतिधूमे य चत्तारी एक्कगा खलु एते ते होति नायच्या (८९०) बारस ठाण इमे खलु वेदणमादीतु हुंति छट्ठाणा आयंकादी छच्चिय अधरण धरणा य उवघातो (८११) वेयण वेयावच्चे इरियट्ठाए य संजमट्ठाए तह पाणवत्तियाए छष्टुं पुण धमचिंताए (८९२) आयंके उवसग्गे तितिक्खता बंभरेरगुत्तीसु पाणिदया तवहेतुंसरीरवोच्छेयणट्ठाए (८९३) वीसंपुण पुबुत्ता ते चेव य उग्गमादिणी होति एते सव्वे मिलिया नउतिं खलु होतिं उवधाता (१९४) आसीतं ठाणसतं जस्स विसोहीए होति उवलद्धं सो जाणती विसौहिं उवघातं वावि उवहिस्स (८९५) नउति उवघाता खलु तत्तियमेत्ताविअनुवघातावि एए दोण्णिवि मिलिता आसीतं होति ठाणसतं ॥८८७|| ||८८८॥ ॥८८९॥ 11८९०|| ॥८२१॥ 1८९२॥ ।।८९३|| ॥८९४|| ||८९५॥ For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164