Book Title: Agam 38B Panchkappabhasa Chheysutt 05B
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
गाहा-८९९
॥८९६०
॥८९७॥
॥८९८॥
11८९९॥
1॥९००॥
॥९०१॥
॥९०२॥
॥९०३॥
॥९०४॥
(८९६) एयं चिय आसीयं सयं तु जिनयेरअजउवहीहिं
गुणिते होइम संखा जहक्कमेणं तु ठाणाणं (८९७) दो चेव सहस्साइंसहसपं चेद जस्स उवलद्धं
सोजाणती विसोहि उवघातं वावि जिनकप्पे (८१) दोठाणसहस्साई पंवेवसयई होति वीसाई
सो जाणती विसोहिं उवधातं वावि थेराणं (८९९) चत्तारि सहस्साइंपंव सयाई होति पत्राई
सो जाणती विसोहिं उवघातं चैव अजाणं (९००) एसो उ सोलसविहो अजीवकप्पोसमासतो भणितो
एत्तोय मीसकप्पंवोच्छामि अहानपव्वीए (९०१) एतो छहिं सोलसहि य दोहिवि निफजती तुजो कप्पो
दुगसंजोगादीओसव्वो सोमीसओ कप्पो (९०२) पव्वावण मुंडायण सिक्कोवढेय भुंज संयासे
एते छण्णायच्या आहारूवहादि सोलसयं (९०३) दुगसंजोगादीया सचित्तअचित्तमीसकप्पाणं
पत्तेय मीसगायिय नेयव्या आनुपुब्बीए (९०४) पत्यावे मुंडावे पचावे व तहय सिक्खावे
पव्याचे उवठावे पवावे चेव संपुजे (९०५) पव्याचे संवासे एवं मुंडावणा दुचरिमेहिं
नेया दुगसंजोगा एवं सेसावि संजोगा (९०६) तिचउपणछक्कजोगाएते सच्चित्तदवियकप्पम्मि
पत्तेयं संजोगा एत्तो अचित्त चोच्छामि (९०७) आहारे उवहिम्मि य आहारे तह उवस्सए चेव
एवं जा नक्खछेदण ता आहारेण चारेजा (९०८) एवं अवसेसासुवि उवयादीएसु उवरि उवरिंतु
नेया दुगसंजोगाजा पच्छिमो सूयिणहछेदो (९०९) एमेव सेसगावी तियगाई याविसव्यसंजोगा
नेया जा सोलसगो एते पत्तेय अधित्ते (९१०) चित्तेतराण दोण्हविएतो संजोगता मुणेयव्वा
मीसगकप्पे नेया दुगमादी सव्वसंजोगा (९११) पव्वावे आहारपि देइ पव्वाविएऽपि उर्हि च
पव्यावे उवस्समणं एवं नखछेयणंजाव (९१२) एतेण कमेणेयं दुगतिमादी तु सव्यसंजोगा
नेयव्या जापच्छिमोबावीसमो होइ संजोगो (९१३) एतेसि सब्वेसिं संखाणयणम्मेि आणणोवाओ
पत्तेयपीसगाण य इमो तुकमसो मुणेयव्यो
॥९०५॥
॥९०६॥
॥९०७॥
॥९०८॥
॥९०९॥
॥९१०॥
||९११॥
॥९१२॥
९१३॥
For Private And Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164