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उत्कृष्ट गमा तीन नाणन्ता पावे तीन तीन । (१) शरीर अवगाहाना न. उ० ५०० धनुष्यकि (२) आयुष्य ज० उ० कोड पूर्वका (३) अनुबन्ध न० उ० कोड पूर्वका
संज्ञो मनुष्य मरके शार्करप्रभा नरकमें उत्पन्न होता है। स्थिति यहांसे ज० प्रत्यक वर्ष और उत्कृष्ट कोड पूर्व वहां पर म० एक सागरोपम उ० तीन सागरोपम ऋद्धिके २० द्वार रत्नप्रभाकि माफीक परन्तु यहांपर स्थिति न० प्रत्यक वर्ष उ० कोड पूर्व एवं अनुबन्ध और शरीर भवगाहाना ज० प्रत्यक हाथ उ० पांचसो . धनुष्य कि भव न• दोय उ० आठ काल न. प्रत्यक वर्ष और एक सागरोपम उ० च्यार कोड पूर्व और बारह सागरोपम इतना काल तक गमनागमन करे । नौगमा रत्नप्रभाकि माफीक परन्तु स्थिति शार्करप्रभासे केहना। .३ ओघ गमा तीन १-२-३ समुच्च वत् . १३ जघन्य गमा तीन ४-५-६ नाणन्ता तीन तीन . ..
(१) अवगाहाना ज० उ० प्रत्यक हाथकि (१) स्थिति ज० उ० प्रत्यक वर्षकि
(३) मनुनन्ध आयुष्यकि माफीक प्रत्यक वर्षकों ३ उत्कृष्ट गमा तीन नाणन्ता तीन तीन ।
(१) शरीर अवगाहाना न• उ• पांचसो धनुष्यकि (२) मायुष्य ज० उ. कोड पूर्वकों (१) अनुबन्ध ज० ३० कोड पूर्वको