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(३) ऋषमदेव स्तवन देवतत्त्व सामान्य पद
२०-१०-६६ विजयादशमी देवाधिदेव पद एक, ऋषभ प्रभु तुझ मां घटे छे... विश्वमा धर्मों अनेक, भिन्न भिन्न नामे रटे छे विष्णु अवतार तुं आठमो ए, भागवत ग्रंथ आख्यान• • ऋषभ प्रभु शंकरे तुझ रूपे अवतार धरयो, शिव संहिताए ब्यान...ऋषभ० १ रत्नत्रयी त्रिशूले संहार्यो, अज्ञान अंधकासुर... ऋषभ० खंभे तारे लटके अलकावलि, जटाधारी तपशूर · ऋषभ०२ निर्वाण दिन एज महाशिवरात्रि, तूं सत् चित् आनंदी.. ऋषभ० अष्टापद कैलाश वासी तुंज, चरणे सन्मुख रहे नंदी...ऋषभ०३ विष्णु नाभीए ब्रह्मा थइ प्रगट्यो, ते तूं नाभिराय नंद • ऋषभ० समवशरण उपदेश चतुर्मुख, पिता तुं सरस्वती पंड...ऋषभ० ४ बाबा आदम ते तुंज आदिनाथ, मान्य इस्लामी धर्म...ऋषभ० कान दाबी बाहुबलिए पोकार्यो, बाँग विधिए मर्म...ऋषभ०५ आदि बुद्ध तुं आदि तीर्थंकर, आदि नरेश समाज...ऋषभ० आद्य संस्कृति नो तूं पुरष्कर्ता, सहजानंद पद राज...ऋषभ० ६
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