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अपूर्ण काल ] भाग २ : अनुवाद
[ १४९ १०. वे आत्मा का ध्यान कर रहे थे ते अप्पं झाहीअ । ११. लड़के खेल रहे थे बालआ खेली। १२. वे पढ़ रहे होंगे = ते पढहिए ।
१३. मैं गा रहा हूँगा-अहं गाय हिइ । नियम--
२५. अपूर्णकालिक क्रिया का अनुवाद दो प्रकार से किया जाता है-- (१) सामान्य वर्तमान-भूत-भविष्यत् काल की तरह तथा (२) 'न्त' ( शतृ ) प्रत्ययान्त धातु के साथ पुरुष एवं वचन के अनुसार 'अस' धातु की क्रिया को जोड़कर। अभ्यास-- ___ (क) प्राकृत में अनुवाद कीजिए-बह गाना गा रही है । वे स्कूल के प्राङ्गण में दौड़ रहे हैं। वे लड़कियाँ सुन्दर नृत्य कर रही हैं। हम दोनों बाजार जा रहे हैं। तुम क्या खा रहे हो? कल तुम सब इस समय ध्यान कर रहे होगे। प्रातः यहाँ यज्ञ हो रहा होगा। वे कल वाराणसी जा रहे थे। क्या तुम कल परीक्षा की तैयारी कर रहे थे? क्या माधुरी खेल रही थी? छात्र कक्षा में पढ़ रहे हैं। बहे वहाँ कल नाच रहा होगा।
(ख) हिन्दी में अनुवाद कीजिए---तुमं विज्जालयम्मि कल्लं गच्छहिसि । तुमं कूवम्मि पहाणं न करेसि । उज्जाणे बालआ पुप्फाणि तुट्टीअ । ते धम्मसालाए णच्चं पेक्वंता सन्ति । मीला गुरुं पणमइ। तीओ बालिआओ गिहम्मि पढन्तीओ संति । सो समेण कज्ज कुणन्तो अत्थि । निम्मला गाणं गाहीअ । अहं खेत्ते कज्जे कुणन्तो मिह 1 सीला दसवायणे पुरककारं पप्पहिइ ।
पाठ ७ आज्ञा एवं विधि उदाहरण वाक्य [ आज्ञार्थक एव विध्यर्थक क्रियाओं का प्रयोग ]
१. तुम गीत गाओ = तुमं गीअं गाहि । २. वह यहाँ ठहरे = सा अत्थ ठाउ ।
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