Book Title: Prakrit Dipika
Author(s): Sudarshanlal Jain
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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प्रथम परिशिष्ट : शब्दकोश
विविध ]
[२६७.
चूल्हा-चुल्ली चौकी-चउक्किा छत, छप्पर-छई छाता= छत्त छींक छिक्का छोटी बस्ती-वसही, गल्ली जंगल वणं, काणणं जलजलं, उय, सलिलं जूता-उवाणओ झाड़-सम्माज्जणी टक, पेटी-पेडिआ टोकरी- कंडोलो, पिडो ढकना-पिहाणं तकिया-उवहाणं तवा- कंदू ताली-तालिआ, करयलझुणी तोशक-उसीरो पाली-थालिआ एक-युक्को दरवाजा-दारं देहली-देहली दीपक-दीवओ दीवाल-भित्ती नदी-नई पंखा विजणं पसीना सेओ, धम्मो
पहाड़ - पव्वओ, गिरि पीढ़ा पीढं, आसणं प्यास -तिसा, पिवासा पृथ्वी भूमी बटलोई-थाली बत्ती बत्तिआ, बत्ती बर्तन-पात्तं, भायणं बाजार - आवणो, हाटें बिछावन आत्थरण बोरा-पसेवो भूख-छुहा मकान-गिहं, भवणं, घरं मलमूत्र-पुरीसं मशहरी-मसहरी मालिश मददणं मिटटी मिट्टिआ मूसल - मूसलं रसोईघर - महाणसं राजमहल-सोहो, पासाओ लोटा-जलपत्तं लोढ़ापेसणं शहर -णयरं सड़क रायमग्गो सन्दूक-वासओ, मंजूसा सींक-सिक्कं सेज सज्जा होंडी-हंडिआ हिचकी हिक्का
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