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कर्मनाश
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वैशाली - निवासी
सर्व
प्रकार से
सब को अपने कर्मानुसार ही दशा प्राप्त होती है । इस लिये जागृत होयो ! वर्तमान-काल ही एकमात्र अवसर है । बोधि-प्राप्ति सुलभ नहीं है । इस लिये ग्रात्म-कल्याण के लिये कमर कसो । तीनों काल के सन्त पुरुष इसी बात पर जोर देते श्राये हैं तथा ज्ञातपुत्रं भगवान् महावीरने भी ऐसा ही कहा है । ( मन-वचन-काया द्वारा करने - कराने - अनुमति देने से कमों से बचो; श्रात्म-कल्याण में तत्पर बनो और फल की कामना रखे बिना संयमधर्म में पूर्णता प्राप्त करो। इसी मार्ग पर चलकर अनन्त पुरुषों ने सिद्धि प्राप्त की है और दूसरे भी प्राप्त करेंगे | [१३ - २२ ]
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हिंसादि पाप
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- ऐसा श्री सुधर्मास्वामी ने कहा 1.