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सूत्रकृतांग सूत्र wwcmmmmmmmmmmmmmmmmmmms
उस उत्तम स्थान को काश्यप ने कह बताया है। उसको प्राप्त .. करके कितने ही निश्चिन्त हुए बुद्धिमान् मनुष्यों ने शांति प्राप्त की है। सर्व साधु पुरुषों को सम्मत ऐसा वह मोक्षमा कर्मरूपी शल्य को उखाड फेंकता है। इस दुध मार्ग के अन्त को प्रकट करने वाले मुक्त पुरुष पहिले होगये हैं और दूसरे भी ऐसे सुन्दर आचरण वाले श्रागे होंगे । [२१, २४, २५ ]
ऐसा श्री सुधर्मास्वामी ने कहा ।
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