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मूल तथा टीका व्याख्या में आधार भूत
आगर्म पाठों की नामवली
क्र० नाम आगम सर्ग श्लोक | क्र० नाम आगम सर्ग श्लोक स० ____ संख्या संख्या | स०
संख्या संख्या १ भगवती सूत्र १ २४ । २५ स्थानांग सूत्र वृति १ ६ २ जीव समास सत्र १ २४ । २६ स्थानांग सूत्र वृति २ ६ ३ जीव समास वृति . १ २६ २७ भगवती सूत्र शंतक-१३ २ २६ ४ संग्रहणी की वहद वृति १ २६ | २८ भगवती सूत्र २ २६ ५ प्रवचन सारोद्धार वृति १ २६ . शतक-११उ-११ ६ जम्बू द्वीप प्रज्ञप्ति सूत्र. १ २६ २६ भगवती सूत्र ७ जम्बू द्वीप प्रज्ञप्ति वृति १ ४१ ८ प्रवचन सरोद्धार १ ४१ शतक ११-उ८ ६ प्रज्ञापना (पन्नवणा). १ . ३१ भगवती सूत्र . ४ वृति
शतक-१७ उ०४ १० अनुयोग द्वार चूर्णि
३२ . प्रज्ञापना वृति २ ४८ ११ अंगुल सप्ततिका १
.(सिद्ध हैम सूत्र ३-२-१५५) १२ लीलावती . . १ ७३ , ३३ नव तत्व की अवचूरी २
(गणित नो ग्रन्थ) - ३४ उतराध्ययन वृहद वृति २ १३ क्षेत्र समास की वृहद १ ७३
. (पाईय टीका) वृति .
३५ अनुयोग द्वार २ १४ लघु क्षेत्र समास १. ७३ ३६ तत्वार्थ सूत्र १५ जम्बू द्वीप प्रज्ञप्ति वृति १ ७३ ३७ नव तत्व प्रकरण १६ प्रवचन सारोद्धार वृति . १ ७३ ३८ गुण स्थान कमारोह १७ संग्रहणी वृहद वृति १ ७३
३६ तत्वार्थ भाष्य १८ जम्बू द्वीप प्रज्ञप्ति वृति १ ८० ४० प्राचीन गाथा १६ प्रवचन सरोद्धार वृति १ ४१ स्थानांग सूत्र २० अनुयोग द्वार सूत्र १
पायमुस्थानक २१ प्राचीन गाथा
४२ औपपातिक सूत्र की वृति २ ६५ २२ प्राचीन गाथा
४३ विशेषावश्य भाष्य की २ ६५ २३ प्राचीन गाथा १ २११
वृति २४ प्राचीन गाथा १२१२
| ४४ पंचसंग्रहणी वृति २ ६५