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सल्लेखना आकर कोकिल सदृश मधुर कण्ठ द्वारा वैराग्य पोषक ध्वनि आरम्भ करते हैं। ऊँचे स्वर्ग के देवताओं के द्वारा ये वन्दनीय बनते हैं। भगवान् के केवलज्ञान होने पर लौकान्तिक देवगण बहुत हर्षित होकर आनंद व्यक्त करते हैं। हरिवंशपुराण में कहा है
लौकान्तिका: पुरो यांति लोकान्तव्यापि तेजसः।
लोकेशस्य यथा लोका: पुरोगा मूर्तिसंभवाः॥६१-२६ ॥ अर्थ : जिनका तेज लोकान्त पर्यन्त व्याप्त हो रहा था, ऐसे लौकान्तिक देव भगवान् के आगे-आगे चल रहे थे। वे ऐसे लगते थे, मानो त्रिलोकीनाथ का प्रकाश ही मूर्तिमान हो आगे-आगे गमन कर रहा है। ___ कुंदकुंदस्वामी ने मोक्षपाहुड में लिखा है कि इस काल में रत्नत्रय की शुद्धता के प्रसाद से मनुष्य लौकान्तिक देव होता है और वहाँ से चलकर मोक्ष के सुख को प्राप्त करता है। वैक्रियिक शरीर
अब आचार्यश्री का दिव्य शरीर हो गया। वह वैक्रियिक शरीर कहलाता है। वह अत्यंत सुन्दर सुवास सम्पन्न होता है। उसका विविध रूप से परिणमन किया जा सकता है। वह दीप्तिमान होता है। उस शरीर का वर्णन इस प्रकार आगम में किया है, “देवों के शरीर में न नख, केश और रोम होते हैं, न चमड़ा और न मांस होता है, न रुधिर और चर्बी होती है, न हड्डियाँ होती हैं, न मूत्र और न मल होता है और न नसें होती हैं।"
संचित कर्म के प्रभाव से अतिशयित वैक्रियिक रूप दिव्यबंध होने के कारण देवों के शरीर में वर्ण, रस, गंध और स्पर्श बाधा रूप नहीं होते । (ति.प.८,५६८,५६६)।
इस वैक्रियिक शरीर के सम्बन्ध में जस्टिस जुगमंदरलाल जैनी बार-एट-ला के शब्द ध्यान देने योग्य हैं
The gods have vaikriyaka body which they can change at will. Milton rightly mentions this as the body of the angels in his Paradise Lost. The Christian, Mohammedian and other systems of religion hold a similar view. Cabalistic and Mystic systems of ancient Greece, Egypt. Assyria and Babylon also had some sort of faith in this phenomenon of changeable bodies. Popular magic, even of the black kind, connected with wizard's lore and witchcraft, also recognised that men can change themselves into animals etc. Fables and fictions in the East and the West, all the world over are familiar with this theory of physical transfigura. tion. The famous Fasana-e-ajayaba (The wonderful tale) of urdu literature richly illustrates this, as the Prince Jane-slam could
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