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१ सितम्बर - महाराज के दर्शनार्थ एकत्र विशाल जन समूह ।
१ सितम्बर १९५५
जल नहीं ग्रहण करने का आज चौथा दिन है। दोनों समय उपस्थित जनता को दर्शन दिये थे। आज सारा समय गुफा के अन्दर ही व्यतीत किया। रात्रि में १ बजे आचार्य श्री की तबीयत काफी नरम हो गई थी, अतः बाहर के कमरे में करीब २ घंटे बैठे रहे ।
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२ सितम्बर - दर्शनार्थियों के सम्मुख महाराज जल ले रहे हैं ।
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२ सितम्बर १९५५
आज चार दिन के बाद जल ग्रहण किया । ३|| बजे दिन में आचार्य श्री द मिनिट को गुफा से बाहर आये थे और जनता को दर्शनों का पुण्य लाभ कराया था। आज दिन पं. जगन्मोहनलालजी शास्त्री दर्शनार्थ पधारे। आपका दोपहर में संबोधन और रात्रि में शास्त्र प्रवचन
हुआ ।
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