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१८ सितम्बर - आचार्य श्री पार्थिव देह को दी जा रही मुखाग्नि।
१८ सितम्बर १९५५ श्वेत चंदन, कपूर, घी आदि से सुसज्जित चिता को मुखाग्नि दिये जाने का दृश्य।
१८ सितम्बर - आचार्य श्री की पार्थिव देह को पंच भूत में विलीन करती अंत्याग्नि।
१८ सितम्बर १९५५ आचार्य श्री की देह को पंच तत्त्व में विलिन करती अंत्याग्नी।
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