Book Title: Anekant 2002 Book 55 Ank 01 to 04
Author(s): Jaikumar Jain
Publisher: Veer Seva Mandir Trust

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Page 16
________________ अनेकान्त/55/1 विश्वस्त कर देते हैं कि सिद्धार्थ अपने समय के शक्तिशाली राजा थे और उनका महानगर "कुण्डलपुर" एक बड़ा घनी जनसंख्या वाला नगर था। (पृ. 14-15) 2 As to the birthplace of Mahavira; it is probable but not certain, as Dr Hoernle suggests; that the Jaina tradition which represents Kundalpura as a large town may be correct, in as much as Kundalpura is taken as equivalent to Vesali (Sanscrit Vaishali] He puts his birthplace at Kollaga; another sub of Vesalı... ___ उपर्युक्त कथन के द्वारा लेखक श्रीमाणिक्यचन्द्रजी ने एक विदेशी विद्वान् के द्वारा वैशाली के एक स्थान "कोलागा" को भगवान महावीर का जन्मस्थान कहने पर अपना तर्क प्रस्तुत किया है कि "कोलागा" को महावीर की जन्मभूमि मानना बिल्कुल अनावश्यक एवं निराधार है क्योंकि "कुण्डलपुर" उनका जन्मस्थान निर्विवादित सत्य है जैसाकि उन्हीं के शब्दों में देखें Both the Digambaras and Shvetambaras assert that Kundalpura was the place where He was born [Page 17] अर्थात् दिगम्बर और श्वेताम्बर दोनों ही एकमत से कुण्डलपुर को ही महावीर स्वामी की जन्मभूमि मानते हैं। उन्होंने अपनी इसी पुस्तक में "महावीरपुराण'' का सन्दर्भ देते हुए कुण्डलपुर को एक बड़े शहर के रूप में स्वीकार किया है अर्थात् कुण्डलपुर शहर एक बड़ी राजधानी के रूप में सर्वतोमुखी मान्यता का केन्द्र रहा है क्योंकि राजा चेटक अपनी पुत्री त्रिशला जैसी तीर्थकर जन्मदात्री कन्या का विवाह किसी छोटे-मोटे जमींदार से तो कर नहीं देते बल्कि अपने समान अथवा अपने से भी उच्चस्तरीय राजघराने में ही करते। इसी बात को LIFE OF MAHAVIRA में बताया है All these remarks go to show that Siddhartha; if not a powerful monarch; exercised; at least; a kingly authority; of not more to that of Chetaka. [Page 16]

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