________________
अंतरावलंबन
अंध
अंतरावलंबन-सं० (पु०) अंतरास्थि
अंतिक-I सं० (वि०) 1 पास का 2 अंत तक II (पु०) अंतरावलंबित-सं० (वि०) जो बीच में टिका हो
1 पड़ोस 2 सामीप्य अंतरिक्ष-I सं० (पु०) आकाश II (वि०) अदृश्य । | अंतिम सं० (वि०) 1 सबसे बाद का 2 चरम। ता ~ +हिं० (पु०) आकाश में रुकने की जगह; (स्त्री०) चरम बिंदु
उड़ाका +हिं० (पु०) आकाश में उड़नेवाला; ~उड़ान अंतिमांक-सं० (पु०) नौ की संख्या +हिं० (पु०) आकाश की उड़ान; उड़ान अंतिमेस्थम-सं० (पु०) अल्टीमेटम, चुनौती नियंत्रक+हिं० सं० आकाश की उड़ान को नियंत्रित अंतिमोत्तर-(वि०) अंतिम के बाद का करनेवाला; ~अयन (वि०) न दिखाई पड़नेवाली उड़ान; अंतेवासी-सं० (पु०) 1 गुरुकुल या छात्रावास में रहनेवाला
केन्द्र (पु०) आकाश में स्थित स्टेशन; ~गामी (पु०) छात्र 2 बाहर 3 शूद्र आकाश में जानेवाला; -चिकित्सा विज्ञान (पु०) अंतरिक्ष अंत्य-सं० (वि०) 1 नीचे का 2 शब्द का अंतिम वर्ण 3 अंतिम में इलाज करने की पद्धति; जैविकी (स्त्री०) अंतरिक्ष के नक्षत्र। -कर्म (पु०), -क्रिया (स्त्री०) मृतक की अंतिम जीवों का अध्ययन; नियंत्रण केन्द्र (पु०) आकाश में ग्रहों क्रिया, दाहसंस्कार; ~गमन (पु.) उच्च जाति का निम्न जाति को नियंत्रित करनेवाला केन्द्र; ~परिक्रमा (पु०) आकाश से संबंध; ज (पु०) शूद्र; ~प्रत्यय (पु०) शब्द के अंत का चक्कर; परिधान (पु.), पोशाक + फ़ा० (पु.) में लगने वाला प्रत्यय; युग (पु०) कलियुग; लेख आकाश में जाते समय पहननेवाला वस्त्र, प्रशासन केन्द्र (वि०) आखिरी लेख; ~लोप (पु०) शब्द के अंतिम अक्षर आकाश के ग्रहों को नियंत्रण में रखने के लिए बनाया गया का लोप; ~वर्ण (पु०) अंतिम अक्षर; ~शेष (पु०) कुल स्टेशन; ~मंडल (पु०) आकाश की परिधि; यात्रा हिसाब की बाकी (वि०) आकाश की यात्रा; च्यात्री (पु०) आकाश में अंत्याक्षर-सं० (पु०) शब्द अथवा पद का अंतिम वर्ण जानेवाला यात्री; ल्यान (पु०) वायुयान; ~यान अड्डा +
अंत्याक्षरी-सं० (स्त्री०) कविता के अंतिम अक्षर से शुरू हिं० (पु०) आकाश में वह स्थान जहां वायुयान रुकता है; होनेवाला अक्षर लेकर छंद बनाना
ज्यान चालक (वि०) वायुयान चलानेवाला; न्यान अंत्याधार-सं० (वि) अंतिम सहारा चालन (वि०) वायुयान चलाना; ल्यानिकी (स्त्री०) अंत्यावसयी-सं० (पु०) निम्न जाति या श्रेणी का व्यक्ति अंतरिक्ष यान संबंधी विज्ञान; ~राकेट +अं० (पु०) आकाश अंत्येष्टि-सं० (स्त्री०) मृतक कर्म। -क्रिया (वि०) में छोड़ा जानेवाला राकेट; -विचरण (पु०) आकाश में, कर्मकाण्ड का करना; ~गृह (पु०) श्मशान घूमना फिरना; विज्ञान (पु०); -विद्या (पु०) आकाश अंत्र-सं० (पु०) आँत। कूजन (पु०) आँतों में होनेवाली के ग्रहों एवं मौसम की पूर्ण जानकारी देनेवाला विज्ञान; गुड़गुड़ाहट; दाह, शोथ (पु०) 1 आँतों की सूजन ~वैज्ञानिक (पु०) ग्रहों एवं नक्षत्रों का ज्ञान रखनेवाला; | 2 पीड़ा; ~शूल (पु०) आँत का तीखा दर्द
~स्टेशन +अ (पु०) अंतरिक्ष में बना स्टेशन अंदर-I फ्रा० (अ०) भीतर II (पु०) 1मन 2 भीतर । अंतरिक्षिकी-सं० (स्त्री) अंतरिक्ष विज्ञान
~वाला (पु०) आत्मा, जीवात्मा; ~करना (स० क्रि०) अंतरिक्षीय-सं० (वि०) अंतरिक्ष का, आकाश संबंधी जेल में डालना अंतरित-सं० (वि०) 1छिपा हुआ 2 अदृश्य 3 बदली किया | अंदरसा-(पु०) एक तरह का मिष्ठान हुआ
अंदरूनी-(वि०)' भीतरी अंतररिती-सं० (पु०) जिसके नाम संपत्ति अंतरित की गई हो अंदाज़-फा० (पु०) 1 अनुमान 2 नाप तौल 3 ढंग, अदा अंतरिम-सं० (वि०) 1 मध्यवर्ती 2 बीच की अवधि का 4 मोहक चेष्टाएँ, हाव-भाव 3 अस्थायी
अंदाज़न-फा० (अ०) लगभग, अनुमानतः अंतरीप-सं० (पु०) 1 टापू 2 भूखंड जिसके तीन ओर समुद्र हो अंदाज़ा-फा० (पु०) 1 अटकल 2 अनुमान अंतरीय-I सं० (वि०) भीतर का II (पु०) 1 भीतर का अंदु-सं० (पु०) 1 जंजीर 2 पायल कपड़ा 2 धोती
अंदुआ-(पु०) हाथी के पाँवों में डालनेवाली जंजीर अंतरूदरीय-सं० (वि०) पेट के भीतर
अंदुक-सं० (पु०) 1 नूपुर 2 साँकल अतरौटा-(पु०) 1 अस्तर 2 साया
अंदेशा-फा० (पु०) 1शंका, संदेह 2 ख़तरा, खटका अंतश्- = अंतः। चर्म (पु०) भीतरी चमड़ी; -चित्त | अंदोह-फा० (पु०) 1 दुःख 2 खटका। नाक (वि०)
(पु०) अंतःकरण, मन; चेतना (स्त्री०) आन्तरिक चेतना दुखद अंतष- = अंतः। -प्राण (पु०) भीतर का श्वास अंध-I सं० (वि०) 1 अंधा 2 विचारहीन 3 अचेत II (पु.) अंतसू- = अंतः। -तंत्रिक (वि०) नाड़ी के भीतर का; 1 नेत्रहीन व्यक्ति 2 अज्ञान। -कृप (पु.) 1 अंधेरा कुआँ तप्त (वि०) भीतर से तपा हुआ; तल (पु०) मन;
2 नरक; ~खोपड़ी (वि०) मूर्ख; तमस (पु०) गहन ताप (पु०) मन का दुःख; त्वक् (पु०) 1 भीतरी छाल अंधकार; देशभक्त, राष्ट्रवादी (पु०/वि०) देश के 2 भीतरी चमड़ी; त्वचा (स्त्री०) भीतरी चमड़ी; संज्ञा प्रति आंख बन्द करके प्रेम और श्रद्धा रखनेवाला; (स्त्री०) आंतरिक प्रज्ञा, चेतना; ~सलिला (स्त्री०) सरस्वती देशभक्ति (स्त्री०) दूसरे देशों से द्वेष रखते हुए अपने देश नदी; ~सार I (वि०) ताकतवर II (पु०) 1 तत्त्व से पक्षपातपूर्ण प्रेम; ~राष्ट्रवाद (पु०) देश या राष्ट्र के प्रति 2 विषय-वस्तु: स्वरागम (पु०) बीच में स्वर का आना पक्षतापूर्ण प्रेम; ~परंपरा (स्त्री०) बिना सोचे-समझे पुरानी