Book Title: Shiksharthi Hindi Shabdakosh
Author(s): Hardev Bahri
Publisher: Rajpal and Sons

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Page 19
________________ अंतर् (मन) भीतर का जीवन; ज्ञान (पु० ) मन का ज्ञान, बोध; ज्वाला (स्त्री०) भीतर की आग; दर्शन (पु०) मन की परख, भीतर निगाह डालना; दर्शी (वि०) हृदय की बात जाननेवाला; दशा (स्त्री०) ज्या० बड़ी दशा के भीतर दशा; ~दशाह (पु० ) मृतक आत्मा की शांति हेतु दस दिन तक चलनेवाली क्रिया; दहन इंजन अं० (पु० ) ऐसा इंजन जिसके भीतर के कोष्ठ में भाप तैयार होती है; दाह (पु० ) मन की जलन, दुःख; ~ दिशा (स्त्री०) दो दिशाओं के बीच की दिशा दृष्टि ( स्त्री०) मन की बात समझने की शक्ति, ज्ञानचक्षु, प्रज्ञा; देशीय (वि०) 1 देश के अंदर का 2 देश के आंतरिक भागों से संबंधित; द्वंद्व (पु० ) आन्तरिक संघर्ष -द्वार (पु० ) गुप्तद्वार: ~धान (पु०) लोप हो जाना; धारा ( स्त्री०) नदी अथवा समुद्र में बहनेवाली भीतरी धारा ध्यानी (वि०) आत्मा की ओर ध्यान लगानेवाला ~ ध्वंस (पु० ) अंदर के लोगों द्वारा संपत्ति का नाश, ध्वंसक (वि०/पु० ) संपत्ति नष्ट करनेवाले अंदर के (लोग); ~ नगरीय (वि०) नगरों से सम्बन्धित; नाद (पु०) मन की आवाज़ ~ नियम (पु० ) ( कंपनी के) नियम, निरीक्षण (पु० ) भीतर निरखना; निर्भरता (स्त्री०) पारस्परिक निर्भरता; निविष्ट (वि०) भीतर समाया हुआ; ~निष्ठ (वि०) 1 बीच में पड़ा हुआ 2 दृढ़तापूर्वक विद्यमान निहित (वि०) अंदर छिपा हुआ, समाहित; पट (पु० ) 1 भीतरी परदा 2 दो पटों के मध्य; पण ( पु० ) पुस्तक में पन्नों के बीच लगनेवाला संकेतपत्र; ~प्रादेशिक (वि०) अपने प्रान्त से सम्बन्धित प्रेरणा (पु०) मन की प्रेरणा; खोध (पु० ) मन का ज्ञान भाव (पु० ) 1 मेल 2 मन में समाहित होना 3 आशय भावना (स्त्री०) मन का चिंतन भावित (वि०) सम्मिलित किया गया; - भुक्त (वि०) समाविष्ट, शामिल; भीतर पड़ा या छिपा हुआ, समाविष्ट भूमि (स्त्री०) पृथ्वी का भीतरी भाग भेदी (पु०) मन को बींधने / चुमनेवाला; ~भौम (वि०) भूमि के अंदर का; मन (पु० ) मन की भीतरी चेतना - मना (वि०) 1 आत्मलीन 2 अंतर्मुखी 3 व्याकुल; ~मल (पु० ) मन का विकार, दोष; ~महाद्वीपीय (वि०) महाद्वीपों का पारस्परिक मार्ग (पु०) भीतर का रास्ता; मुख (वि०), मुखी (स्त्री०) 1 अंदर की ओर मुख करनेवाली 2 अंतर्लीन; मृत (वि०) मृतजन्मा यामी I ( वि० ) 1 मन (हृदय) की बात जाननेवाला 2 मन में स्थित II ( पु० ) ईश्वर ; युद्ध (पु० ) आंतरिक कलह: ~ योग (५०) गहन चिंतन, योगात्मक (वि०) अखंड ध्यानवाला; राज्यिक; ~राज्यीय (वि०) राज्यों का पारस्परिक; ~राष्ट्रीय (वि० / ५०) राष्ट्रों का पारस्परिक, सम्पूर्ण विश्व का राष्ट्रवाद, राष्ट्रीयतावाद (पु०) यह सिद्धांत कि हम एक राष्ट्र के नहीं, सभी राष्ट्रों के हैं, इसलिए परस्पर अच्छे संबंध होने चाहिएं: -राष्ट्रवादी, ~राष्ट्रीयतावादी (वि० / पु० ) अंतर्राष्ट्रीय संबंधों पर बल देनेवाला; ~रुद्ध करना (स० क्रि०) बीच में रोक/टोक देना; ~लयन (पु० ) समा जाना; लसीका (स्त्री०) शरीर के भीतर का रस; ~लापिका (स्त्री०) एक प्रकार की पहेली ; ~ लिखित (वि०) अंदर लिखा हुआ; ~लीन भूत ( दि०) ~ + 5 अंतरावर्त्त (वि०) 1 आत्ममग्न 2 छिपा हुआ; ~वक्ष (पु० ) भीतरी छाती; वर्ती (वि०) भीतर रहनेवाली; वर्ग (पु० ) समूह का एक वर्ग या भाग; ~वर्ती (वि०) छिपा हुआ; ~वर्तीय (वि०) अन्दर ही अन्दर पाया जानेवाला; वस्तु (स्त्री०) अंदर की वस्तु वस्त्र (पु० ) अंदर का वस्त्र (बनियाइन, जाँघिया आदि); ~ वाणिज्य (पु० ) देश की सीमा के अंतर्गत होनेवाला व्यापार; वाणी (स्त्री०) आत्मा की आवाज़ वाष्प (पु० ) मन की टीस या दुःख; - वासक (पु० ) अंदर पहनने का वस्त्र वासन (पु० ) अंदर प्राप्त होनेवाला; वासित (स्त्री०), वासी (पु० ) अन्दर हो निवास करनेवाला; ~ विकार ( पु०) शारीरिक एवं मानसिक दोष विकास (पु०) हृदय (मन) की उन्नति या आत्मिक ज्ञान ~ विनिमय (पु० ) आपस में अदला-बदली; ~ विराम ( पु० ) अंतराल ~ विरोध ( पु० ) मन की भावनाओं में विरोध; ~ विवाह (पु० ) जाति या कुटुंब में आपसी विवाह; ~ विषय (पु० ) अंदर की विषय वस्तु ~ विष्ट (वि०) अंदर पड़ा हुआ, वृत्ति (पु० ) मन की गति ( धर्म संबंधी); ~वेग (पु०) चाल, गति का अंतर; ~वेदी (पु०) दो नदियों के बीच का देश, दोआबा वेध ( पु० ) 1 शरीर की पीड़ा 2 भीतर तक बेधना; --वेशन (पु० ) अंदर छिपाना या रखना; वेशित (वि०) छिपाया गया या मिलाया गया; व्याधि (स्त्री०) अंदर का रोग; ~व्यापी (वि०) अंदर फैला हुआ; ~व्यास (पु०) भीतरी वृत्त का घेरा - संघीय संघों का पारस्परिक साधना (पु०) मन की साधना -हित (वि०) अंदर समाया हुआ; ~ हृद (वि०) हृदय के भीतर का; हृदशोथ (पु० ) हृदय की भीतरी सृजन अंतरक-सं० (पु०) एक से दूसरी अंतरचक्र - (पु० ) बीच का पहिया अंतरण सं० (पु० ) 1 व्यवधान जगह ले जानेवाला डालना 2 तबादला 3 स्थानान्तरण 4 हस्तान्तरण । पत्र (पु० ) तबादला करते समय दिया गया पत्र अंतरतम - I सं० (वि०) 1 आत्मीय 2 निकटतम 3 दिली गहराई II ( पु० ) मर्म, हृदय अंतरस्थ-सं० (वि०) भीतर स्थित अंतरवयव- (पु० ) शरीर के भीतरी अंग अंतरा -सं० (वि०) 1 भीतरी, बीच का, आपस में स्थित 2 गीत की टेक । काय (पु० ) भीतरी शरीर अंतराकूत-सं० (पु० ) गुप्त अभिप्राय अंतरागम सं० (पु० ) अंदर आकर भरना अंतरात्मा-सं० (स्त्री०) 1 जीवात्मा 2 प्राण 3 अंतःकरण अंतराय -सं० ( पु० ) बाधा अंतरायण-सं० (पु० ) नज़रबंद अंतराल - सं० ( पु० ) दो बिंदुओं या कालों के मध्य का अवकाश। राज्य (पु०) दो शक्तिशाली राज्यों के बीच का राज्य अंतरावधि-सं० (स्त्री०) बीच का समय अंतरावरोधन-सं० (वि०) बीच में व्यवधान उत्पन्न करना अंतरावरोधित-सं० (वि०) बीच में पकड़ा या रोका गया अंतरावर्त-सं० (वि०) वृत्त के बीच

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