Book Title: Path ke Pradip
Author(s): Bhadraguptavijay
Publisher: Vishvakalyan Prakashan Trust Mehsana

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Page 13
________________ [ ३ ] क्या धर्म के बिना तुम मन की शान्ति प्राप्त कर सकते हो ? तो धर्म की कोई आवश्यकता नही ? मन की शान्ति के बिना ही जीवन जीना है तो धर्म की कोई आवश्यकता नही है । हाँ, मन की शान्ति के लिए आप धर्म के विना और किसी भी जगह फिरो, शान्ति नही मिलेगी। बताइये, आपने कहाँ से शान्ति प्राप्त की ? मैने तो धर्म से ही शान्ति प्राप्त की है। जीवन में वर्म को स्थान दो, शान्ति अवश्य मिलेगी। २ ]

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