________________
HD
alKHEL
Haru
Nar
] ५६ ] सुख की खोज बन्द करो। दुःखो से मित्रता करना सीखो । सुख की अपेक्षा शान्ति का मूल्य ज्यादा करो। दुःख से शान्ति की
ओर जाने की प्रेरणा मिलती है। दुख और दुःखी को दिव्य-दृष्टि से देखो। तुम्हारी अन्तश्चेतना जाग्रत होगी। परमात्मा से सुख नही शान्ति की याचना करो। सुख मे शान्ति नही है, दुख मे शान्ति की खोज सफल वनती है।
सुख के लिए मारे-मारे न फिरो । शान्ति के लिए सोचो।
१
[ ४६