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CALAMANG
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एक राजा अपने द्वार पर आये प्रथम भिक्षुक की इच्छा पूर्ण करता था। एक दिन एक फकीर आया । उसने अपने पात्र को सोना मोहरो से भर देने की इच्छा बताई। राजा भरने लगा, परन्तु पात्र भरता ही नही था ! राजा ने अपनी सारी सम्पत्ति पात्र में डाल दी. . . पात्र नही भरा। राजा ने पूछा-'यह पात्र कैसा अजीब है. ... . !! यह किस चीज का बना, हुआ है ?" फकीर ने कहा-"मनुष्य के हृदय से यह पात्र बना है" • •l!
Shoppos
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