Book Title: Path ke Pradip
Author(s): Bhadraguptavijay
Publisher: Vishvakalyan Prakashan Trust Mehsana

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Page 33
________________ [ २६ ] FORangahrm FAST HERA A ZE ढख क्या है ? अपनी कल्पना मात्र है । कल्पना बदल दो। कल्पना बदलने की भी एक कला है। किसी भी दुख को मुख मे बदला जा सकता है, परन्तु यह कला हमारे पास नही होने के कारण हम दु.खी वने रहते है। महापुरुषो के जीवनचरित्र यदि हम इस दृष्टि से पढ़ें, तो यह कला प्राप्त हो सकती है। हमारे पूर्वकालीन महापुरुषो के जीवन ऐसी कला से भरपूर थे। अरे, भगवान् महावीर स्वामी का जीवन ही देखो • “कला मिल जायेगी। - m [ २२

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