________________
मुंहता नैणसीरी ख्यात
[ ७६ २ रावळ लखमणरो बेटो वैरसी जेसळमेर टीकै बैठो। . २ रूपसी लखमणरो, तिणरी जुदी साख रूपसी कहा। तिणांरा
इतरा धड़ा -- ...... एक तो मादळिया वाळा जोधपुर चाकर । - एक पोकरण वाळा ।। . . जैसळमेररै देस रूपसी घणा छै। इणांरो उतन काछो लुद्रवाथी
कोस २ । आगै इणांरै रावताई हुती । विजो, नाथो, हरदास, रूपसी जेसळमेररै देस'। .१ करमचंद जसारो। २ वीको । २ भागचंद ।
१ वीरदास नीसळोत । १ रायसल देवावत' । . .. १ अमरो भाखररो, चंदरावरो पोतरो10 ।
भाटी वीठळ गोयंदोत, जोधपुर चाकर11 ।
२ राजधर लखमणरो तिणरै वांसला राजधर-भाटी कहावै । इणांरै जेसळमेररै देस कोहर २ गांव २।
१ घणोली जेसळमेरथा कोस १। १ सतोही जेसळमेरथा कोस १५ । १ पूठ वांसै धांधणियो ऊमरकोटरै मारगमें ।
१ सूजेवो-बाभणीको । रावळ कल्याणदास भाटी जसवंतनूं उतन ...... कर दियो, लाठोसू कोस ४13 ।
I रावल लखमणका बेटा वैरसी जो लखमणके बाद जैसलमेरकी गद्दी पर बैठा । 2 लखमणका बेटा रूपसी, जिसके नामसे एक अलग शाखा 'रूपसी' या 'रूपसी-भाटी' कहलाती है। 3,4.5 जिनके इतने (दो) दल हैं--(१) मादलिया वाले जो जोधपुर में . चाकर हैं, (२) और एक वह जो पोकरण वालोंके नामसे प्रसिद्ध है। 6 जैसलमेर राज्यमें रूपसी अधिक हैं। लुद्रवासे दो कोस पर काछा गांव इनका वतन है। पहिले रावताई इनकी थी। 7 विजा, नाथा, हरदास और रूपसी जैसलमेर राज्यमें रहते हैं। 8 नीसलका वेटा वीरदास। 9 देवाका वेटा रायसल। 10 अमरा भाखरका बेटा और चंदरावका पोता। II गोयंदका पुत्र भाटी वीठल जो जोधपुरमें चाकर। 12, 13 लखमणका बेटा
: राजधर, जिसके वंशधर 'राजधर-भाटी' कहलाते हैं। इनके जैसलमेर राज्यमें ये दो गांव .... और दो कुएँ हैं-(१) घणोली, जैसलमेरसे एक कोस, (२) सतोही जैसलमेरसे १५ कोस,
(३) सतोहीकी पिछली बाजू उमरकोटके मार्गमें धांधणिया और (४) सूजेवो-बांभणीको, .... जो लाठी गांवसे ४ कोस पर है, जिसे रावल कल्याणदासने भाटी जसवंतको निवास स्थानके
लिये दिया था।