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मुंहता नैणसीरी ख्यात दी थी'। संमत १६८० धाधोळाव पटै मेड़तारो । संमत १६८३ रांम कह्यो ।
७ वेणीदास केसोदासोत । संमत १६९१ छाड़ अमरसिंघजी साथै . गयो । उठे काबलसूं प्रावतां अटकमें डूव मुंवो ।
८ राजसिंघ वेणीदासोत । ८ वींजो वेणीदासोत । ८ भैरवदास । ८ उगरो। ७ कलो केसोदासोत । ८ रुघनाथ । ७ अमरो केसोदासोत । संमत १६८३ मेड़तारो सीहार पटै । ८ भूधर ।
६ लूंणो रायसिंघोत। संमत १६५६ किसनसिंघजीरै काम प्रायो। भाटी देईदास भेळो सांहणी लालारै दावै खेतसी साळोत ऊपर गयो, ... तठे सेपटावास गोढ़वाडरै गांव मामलो हुवो।
६ रूपसी रायसिंघोत । ७ अचळो। ७ मोहणदास ।
५ भांनीदास वीरमदेयोत । राव चंद्रसेणरै वालर थो। थोरियांसूं मामलो हुवो तठे काम आयो ।
६ भाखरसी भांनीदासरो। चैराई पटै । संमत १६७७ बैरू पटै। ... संमत १६९३ अमरसिंघजीरै गयो, उठे हीज मुंवो ।
७ जगनाथ भाखरसीयोत । संमत १६६५ गोलाहसनी (गोलावासणी) थाहरी पटै ।
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___I फिर बाद में सम्वत् १६७५में ४ गांवोंके साथ भवराणी. पट्टेमें दिया गया था। 2 सम्वत् १६८०में मेड़ते परगनेका धाघोलाव पट्टेमें दिया गया । 3 सम्वत् १६८३में मर ... गया। 4 सम्वत् १६६१में छोड़ कर अमरसिंहजीके साथ कावुल चला गया और वहांसे लौटते हुए अटक नदी में डूब कर मर गया। 5 सम्वत् १६८३में मेड़ते परगनेका सीहार गांव पट्टेमें था। 6 भाटी देवीदासके साथ साहनी लालाकी शत्रु ताका बदला लेनेके लिये खेतसी मादलोतके ऊपर चढ कर गया, तब गोढवाड़ परगनेके सेपटावास गांवमें लड़ाई हुई, (उसमें ... लूणा काम आया।) 7 राव चन्द्रसेनके साथ वालरवेमें था तब थोरी लोगोंसे लड़ाई. हुई उसमें काम आया। 8 सम्वत् १६६३में अमरसिंहजीके साथ गया और वहीं मर गया। 9 सम्वत् १६६५ गोलावासणी और थाहरी (?) गांव पट्टेमें। .