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मुंहता नैणसोरी ख्यात ८ सुंदरदास । ८ मानसिंघ । ८ रासो। ५ ठाकुरसी जगमालोत । संमत १६६४ भोवाद पटै । ६ कलो ठाकुरसीरो । ६ सुरतांण ठाकुरसीरो । ७ हरदास । ७ वीको। ७ तिलोकसी। ५ सूजो जगमालोत । ६ ईसरदास सूजावत । भाटी अचळदास सुरतांणोत मारियो गांव ___कांभड़े। ७ अखैराज ईसरदासोत। ८ मेघराज अखैराजोत । अचळदास सुरतांणोत साथै काम आयो । ६ सहसो सूजावत । ४ खींवो वरजांगोत, वागड़ काम प्रायो। .
४ गांगो वरजांगोत । कूपाजीरै वास थो। पछै सूर पातसाह कनै परधान कूपैजी मेलियो । पछै पातसाह सहरवांद थको हीज आप कनै राखियो थो । पछै वेढ हुई तद कूपाजी साथै काम आयो । गांगो,... कूपा मैहराजोतरो मावळियाई-भाई हुवो ।
५ वरजांग भैरूंदासोत । ४ भैरूंदास जेसावत । २ वणवोर जेसावत । खैरवो पटै ।
३ तेजसी वणवीरोत । राव मालदेजीरै वास । खैरवो पट। भांगेसररी वेढ राव मालदे की, तठे पूरै लोहडै पड़ियो, पछै उपाड़ियो। बाहतर वड-गूजरांवाळी फोजदार कर मेलियो हुतो ।
___I काभड़ा गांवमें भाटी अचलदास सुरतागोतने ईसरदास सूजावतको मार दिया। 2 वरजांगका वेटा खींवा वागड़की लड़ाईमें काम आया। 3 वरजांगका वेटा गांगा कूपाजीके यहां रहता था । कूपाजीने इसे अपना प्रधान (प्रतिनिधि) बना कर सूर वादशाहके पास भेजा। वादशाहने गांगाको शहरबंद करके (कैदीके रूपमें) अपने पास रख लिया था। जब लड़ाई हुई तव कूपाजीके साथ गांगा भी काम पा गया । गांगा, कूपा मेहराजोतका धर्म भाई (?). .. हुया था। 4 तेजसी वणवीरोतको राव मालदेवने बड़-गूजरोंवाली-बांहतर गांवमें फौजदार'... बना कर भेजा था। राव मालदेवने भांगेसरमें लड़ाई लड़ी उसमें तेजसी पूर्ण पाहत हो कर गिर गया और उठा कर ले जाया गया। राव मालदेव का यह नौकर था और खैरवा गांव इसको पट्ट में दिया गया था।