________________
मुंहता नैणसीरी ख्यात
१ कोडियासर । १ भींवासर । १ खोडावळ ।
85 ]
रावळ हरराजरा बेटा
१७ रावळ भीम | राव
मालारो दोहीतरो' ।
संमत १६१८ मिगसर वदि ११ रो जनम । संमत १६७० जेसळरमेर
काळ कियो । दाई
सजनांरै पेटरो' |
१७ रावळ कल्यांणदास हरराजरो । रावळ भीम
भीम परणाई " ।
१७ भाखरसी हरराजरो । पातसाही चाकर फळोधी पटै
१७ सुरतांण हरराजरो, पातासाही चाकर । बीड़मांहै रा ॥ गोपाळ सुरतांणोत कांम आयो तिण
4
वेढ कांम आयो ।
१८ भगवानदास ।
पछे टीकेँ बैठो। संमत १६६८ रावळ कलारी बेटी राजा गजसिंवजीनूं आंांक १७ रावळ भीम रावल हरराजरो । रावळ हरराज पछै टीकै वैठो। वरस ३५ मास ११ दिन १२ जेसळमेर राज कियो । वडो ठाकुर हुवो । वडो दातार, वडो जूझार, वडो मांणग, जबादि - जळहर " | पातसाह अकबर कनै घणा दिन चाकरी कीवी । उठे वडी-वडी प्रचड़ा कीवी' । रा । जगमाल प्रथीराजरानूं कोटड़ारे टीकै रावळ भीम वैसांणियो थो' । पर्छ रांण भैरवदास रतनसीरै जगमालनूं मारनै कोटड़ो लियो । पछै जगमालरा उदैसिंघ, चांदी रावळनं पुकारिया"
10
१७ अरजन, राव मालदेरो दोहीत |
1,2 रावल भीम, राव मालाका दोहिता, सजनांवाईकी कोखसे उत्पन्न ! इसका जन्म सम्वत् १६१८की मिगसर कृ० ११ को हुआ और सम्वत् १६७० में मरा। 3 हरराजका बेटा रावल कल्याणदास जो रावल भीमके बाद गद्दी बैठा । सम्वत् १६६८ में रावल कल्ले (कल्याणदास) की बेटी भीमने राजा गजसिंहको व्याही थी। 4 हरराजका वेटा सुरतारण, वादशाही चाकर । सुरतारणका बेटा वीड़की लड़ाईमें काम ग्राया, उसी लड़ाई में यह भी काम श्राया । 5 रावल हरराजका बेटा रावल भीम रावल हरराजके वाद गद्दी बैठा । इसने ३५ वर्ष, ११ मास और १२ दिन जैसलमेरका राज्य किया । 6 यह बड़ा नामी ठाकुर हुया | बड़ा दानी, वड़ा जूभार, बड़ा रसिक और सुरभित जल-क्रीड़ायों का शौकीन हुआ । 7 इसने बादशाह अकबर के पास बहुत दिन तक चाकरी की और वहां इसने बड़े-बड़े महत्व काम (युद्ध) किये । 8 पृथ्वीराज के बेटे जगमालको भीमने ही कोटड़ेकी गद्दी विठाया था । 9 रतनसीके वेटे राणा भैरवदासने जगमालको मार करके कोटड़ा ले लिया | 10 पीछे जगमालके बेटे उदयसिंह और चांदाने सहायता के लिये रावलसे पुकार की।
f