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- मुंहता नैणसीरी ख्यात
[ १२५ ६ नाथो, भलो रजपूत ।
१६५६ गांवां ५सूं वीठ. : खार वारै चूहड़सर वसै'। णोक पटै दी हुती। राजा १० कुंभो, खारवारै।
सूर ( सिंघ) तेजमाल .....८ खंगार तेजमालोत, जोध
मारियो तद साथै : पुर बसियो हुतो। संमत मारियो । .. किसनावतांरो वडो धड़ो छ । माणस १००० तथा १५०० जमी
यत छ । ..... ८ कान्ह तेजमालोत, रावळे मुदै । रायमलवाळी रांणेर ... .. वास थो। संमत १६८५
वसै । मेड़तारो मीठडियो पटै ८ वीरमदे रायसिंघोत, हुतो ।
रावळे वास। संमत १६रायसिंघ किसनावत, प्रांक ७
५६ कालांणो पटै गांव ८ भगवानदास रायसिंघोत, १४सूं। - संमत १६७२ रावळे वास। ह करन ।
. चांम, सावरीज पटै ।। ८ पूरणमल । ...... ६ माधोदास, रावळ वास । ___ मालो किसनावत, प्रांक ७
संमत १६७७ चां{ पटै। ८ सांवळदास हापासर वसै । १० अचळदास ।
रायमल किसनावत, प्रांक ७८ सहसमल रायसिंघोत । ..७ गोयंददास, किसनावतांमें ... I नाथा, अच्छा राजपूत, खारवाके चूहड़सर गांवमें रहता है । 2 खंगार तेजमालोत जोधपुर में बस गया था। सम्बत् १६५६ में पांच गांवोंके साथ वीठपोक पट्ट में दिया था। राजा सूरसिंहने इसके बाप तेजमालको मारा तब इसे भी साथमें मार दिया। 3 किसनावतभाटियोंका बड़ा रामूह है। इनकी १०००/१५०० प्रादमियोंकी जमीयत है। 4 कान्ह तेजमालोत जोधपुर राजाजीका चाकर था। सम्बत् १६८५में मेड़ता परगनेका मीठड़िया गांव उसके पट्ट में था। 5 भगवानदास रायसिंहोत सम्वत् १६७२ जोधपुर राजाका चाकर और ' चामू और सावरीज उसके पट्टे में। 6 किसनावत-भाटियों में गोयंददास मुख्य व्यक्ति, रायमलवाली रागर गांवमें रहता है। 7 वीरमदे रायसिंहोत जोधपुरका चाकर, सम्बत् १६५६ में १४ गांवों के साथ कालाणा पट्ट में । 8 मांवलदास हापातरमें रहता है।