________________
३२६
स्थानकवासी जैन परम्परा का इतिहास गुंदाला में वि०सं० १९८६ मार्गशीर्ष सुदि तृतीया को आप दीक्षित हुये। वि०सं० २०३४ आश्विन वदि अष्टमी को लाकडिया में आपका स्वर्गवास हुआ। आप मुनि श्री नागजी स्वामी के सांसारिक पुत्र थे। मुनि श्री केवलचन्दजी स्वामी
आपका जन्म वि० सं० १९७४ कार्तिक पूर्णिमा को हुआ। वि०सं० १९९२ माघ अमावस्या को भचाउ में आपने दीक्षा ली। वि० सं० २०२२ मार्गशीर्ष वदि एकादशी के गुंदाला में आप स्वर्गस्थ हुये । मुनि श्री माधवसिंहजी. स्वामी
आपका जन्म १९७४ आषाढ़ वदि पंचमी को हुआ। वि० सं० १९९९ वैशाख सुदि पंचमी दिन रविवार को लीम्बड़ी में आपकी दीक्षा हुई। वि०सं० २०३३ आषाढ़ में आप स्वर्गस्थ हुये।
लीम्बड़ी (अजरामर) के वर्तमान सन्त मुनि श्री रामचन्द्रजी स्वामी
आपका जन्म तुंबडी में हुआ। वि०सं० २०१६ में आप दीक्षित हुये। मुनि श्री. लाभचन्द्रजी स्वामी
लाकडिया में आपका जन्म हुआ और वि०सं० २०१७ में आपने लीम्बड़ी में दीक्षा ग्रहण की। मुनि श्री भावचन्द्रजी स्वामी
भोरारा में आपका जन्म हुआ और वि० सं० २०१९ में भोरारा में ही आपने आर्हती दीक्षा ग्रहण की। मुनि श्री भास्करजी स्वामी
आपका जन्म भचाउ में हुआ। भचाउ में ही वि०सं० २०२९ में आप दीक्षित हुये। मुनि श्री धर्मेशचन्द्रजी स्वामी
आपका जन्म समाघोघा में हुआ और वि० सं० २०२९ में आप समाघोघा में ही दीक्षित हुये। मुनि श्री नेमिचन्दजी. स्वामी
आपका जन्म लाकडिया में हुआ और लाकडिया में ही वि०सं० २०२३ में आपने दीक्षा धारण की।
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org