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आचार्य हरजीस्वामी और उनकी परम्परा
४९५ मुनि श्री अम्बालालजी
आपका जन्म बड़ी सादड़ी में हुआ और मुनि श्री पन्नालालजी के शिष्यत्व में आप दीक्षित हुये। मुनि श्री अर्जुनलालजी
आप मुनि श्री पन्नालालजी के शिष्य हुए। आपके विषय में विशेष जानकारी उपलब्ध नहीं है।
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