Book Title: Sthanakvasi Jain Parampara ka Itihas
Author(s): Sagarmal Jain, Vijay Kumar
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 615
________________ डॉ० विजय कुमार जन्म :२८.०२.१९६५ आत्मज : डॉ० बशिष्ठ नारायण सिन्हा एवं श्रीमती शान्ति सिन्हा . जन्म स्थानः जलालपुर दयाल, पोस्ट-गोपालपुर नेऊरा, जिला-मुजफ्फरपुर (बिहार) शिक्षा : हाईस्कूल: १९७९, इण्टरमीडिएट: १९८१, बी०ए०: १९८३, काशी विद्यापीठ, एम०ए०: दर्शनशास्त्र, १९८५, काशी विद्यापीठ, वाराणसी पी-एच०डी०: १९८९, दर्शन विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी पद : प्रवक्ता, पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी लेखन : पाश्चात्य दर्शन के प्रमुख सिद्धान्त जैन एवं बौद्ध शिक्षा-दर्शन एक तुलनात्मक अध्ययन स्थानकवासी जैन परम्परा का इतिहास सम्पादन : १. जैन विद्या के विविध आयाम, भाग-६ (साधना खण्ड) २. जैन विद्या के विविध आयाम, भाग-७ ३. समाधिमरण ४. जैन एवं बौद्ध योग : एक तुलनात्मक अध्ययन ५. ज्ञाताधर्मकथांग का साहित्यिक एवं सांस्कृतिक अध्ययन ६. पार्श्वनाथ विद्यापीठ हीरक जयन्ती स्मारिका ७. श्री पार्श्वप्रभु बनारस प्रतिष्ठा महोत्सव स्मारिका ८. अर्हत् धर्म-दर्शन की आधारशिला (प्रेस में) ९. अहिंसा की प्रासंगिकता (प्रेस में) प्रकाशित शोध-निबन्ध : २५ सेमिनार/संगोष्ठी : ६ पत्र प्रस्तुत Jain Education International For Private & Personal Use Only ___www.jainelibrary.org

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