Book Title: Sthanakvasi Jain Parampara ka Itihas
Author(s): Sagarmal Jain, Vijay Kumar
Publisher: Parshwanath Vidyapith

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Page 614
________________ 'श्री गुरु गणेश जीवन दर्शन' : रमेशमुनि, गुरु गणेश जैन निवृत्ति आश्रम, मु०पो०- अनकाई ता येवला, नासिक (महा०), १९८३ 'श्री जयमल्ल काव्य-कीर्तिलता' : पं० गोपीकृष्ण 'व्यास', श्री वर्द्धमान स्ता० जैन श्रावक संघ, नोखा चान्दावतों का (राज.), १९८२ 'श्री जैन दिवाकर स्मृति ग्रन्थ' : सम्पा० - देवेन्द्रमुनि शास्त्री, श्री दिवाकर दिव्य ज्योति कार्यालय, महावीर बाजार, ब्यावर, १९७९ 'श्री तपागच्छ पट्टावली', : पंन्यास कल्याणविजयजी, श्री विजयनीति सूरीश्वरजी, जैन लाईब्रेरी, अहमदाबाद, १९४० भाग-१ 'श्रीमद् धर्मदासजी म० और मालव शिष्य परम्परायें 'श्री मलजी म० : व्यक्तित्व, कृतित्व, जीवन' 'साधना का महायात्री : प्रज्ञामहर्षि श्री सुमनमुनि' 'साधना के अमर प्रतीक' : उमेशमुनि 'अणु', श्री दर्मदास जैन मित्र उनकी मण्डल, नौलाईपुरा, रतलाम (म०प्र०),वि०सं० २०३१ : सम्पा०-विजयमुनि शास्त्री, श्री वर्द्ध० स्था० श्रावक संघ, पूना, वी०नि० सं० २४९४ : सम्पा० - डॉ० भद्रेशकुमार जैन, श्री मुनि दीक्षा स्वर्ण जयन्ति समारोह समिति, चेन्नई-१७ : ज्ञानमुनि, स्वामी छगनलाल जैन धर्म प्रचारक समिति, रोड़ी (हिसार) : मुनि हजारीमल, श्री जैनोदय पुस्तक प्रकाशन समिति, रतलाम। 'त्रिमुनि चरित्र' Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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