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(द्वितीय वंश) सीतामहू शाखा
धर्मदासजी
जसराजजी
जोगराजजी
श्री पद्मजी
शोभाचन्दजी
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मोतीचंदजी
शम्भुजी
कनीरामजी
दलीचन्दजी
जीतमलजी
नन्दलालजी बदीचन्दजी
इस वंश के और भी संत रहे होंगे, पर इतने ही संतों के नाम प्राप्त हुए हैं। इस वंश के अन्तिम साधु श्री छोटेलालजी म. थे। इस वंश की कोई उपशाखा भी थी या नहीं इस बात का पता नहीं चला।)
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