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आचार्य मनोहरदासजी और उनकी परम्परा आचार्य नूणकरणजी और उनका सम्प्रदाय ।
इस सम्प्रदाय में आचार्य श्री शिवरामदासजी के पश्चात् मुनि श्रीनूणकरणजी की जो परम्परा अलग निकली उसमें श्री नूणकरणजी के पश्चात् मुनि श्री रामसुखदासजी ने संघ की बागडोर सम्भाली। मुनि श्री रामसुखदासजी के पश्चात् मुनि श्री ख्यालीरामजी ने संघ का संचालन किया। मुनि श्री ख्यालीरामजी के पश्चात् मनि श्री मंगलसेनजी ने आचार्य पद पर प्रतिष्ठित हये। आचार्य श्री मंगलसेनजी के बाद मनि श्री मोतीरामजी संघ के आचार्य बनें। आचार्य श्री मोतीरामजी के पश्चात् मुनि श्री पृथ्वीचन्द्रजी आचार्य पद पर आसीन हुये। आचार्य श्री पृथ्वीचन्द्रजी के पश्चात् उपाध्याय अमरमुनिजी संघप्रमुख हुये। पं० विजयमुनिजी और मुनि समदर्शीजी आपके प्रमुख शिष्य रहे हैं।
___ वर्तमान में यह मुनि परम्परा लुप्यप्राय-सी है। साध्वी श्री चन्दनाजी संघ की आचार्या हैं।
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