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स्थानकवासी जैन परम्परा का इतिहास १९५५ ज्येष्ठ सुदि तृतीया दिन शुक्रवार को अहमदाबाद में आप दीक्षित हुये। वि० सं० २०२४ में मोरबी में आपका स्वर्गगमन हुआ। तपस्वी मुनि श्री शिवलालजी स्वामी
आपका जन्म रंगपर (भाल) में हुआ। वि०सं० १९५६ मार्गशीर्ष सुदि द्वितीया को रंगपर में ही आपकी दीक्षा हुई। वि०सं० २००५ पौष वदि नवमी को मोरबी में आपका स्वर्गवास हुआ। मुनि श्री ललुजी स्वामी
आपका जन्म अहमदाबाद में हुआ। वि०सं० १९५६ माघ सुदि एकादशी को आपने दीक्षा ग्रहण की। वि०सं० १९८१ मार्गशीर्ष वदि एकादशी को आपका परलोकगमन हुआ। मुनि श्री कचराजी स्वामी
आपका जन्म गुंदाला में हुआ। वि० सं० १९५६ में आप दीक्षित हुये। ४३ वर्ष संयमपर्याय का पालनकर वि०सं० १९६६ आषाढ़ पूर्णिमा को लीम्बड़ी में आप स्वर्गस्थ हुये। मुनि श्री खुशालचन्दजी स्वामी
आपका जन्म रापर में हुआ। वि० सं० १९५६ वैशाख वदि द्वितीया को रापर में ही आप दीक्षित हुये। वि०सं० १९८२ पौष वदि चतुर्दशी को सुरेन्द्रनगर में आपका स्वर्गवास हुआ। मुनि श्री लक्ष्मीचन्दजी स्वामी
आपका जन्म सियाणी (सौराष्ट्र) में हुआ। वि०सं० १९५६ वैशाख वदि तृतीया को लीम्बड़ी में आप दीक्षित हुये और वि०सं० २०१६ मार्गशीर्ष चतुर्थी दिन गुरुवार को अहमदाबाद में आपने देवलोक के लिए प्रयाण किया । मुनि श्री नानचन्द्रजी स्वामी
आपका जन्म सायला में वि० सं० १९३३ मार्गशीर्ष सुदि प्रतिपदा को हुआ। वि० सं० १९५७ फाल्गुन सुदि तृतीया को अंजार में आपने आहती दीक्षा ली । वि० सं० २०२१ मार्गशीर्ष वदि नवमी को सायला में आपका स्वर्गवास हुआ। मुनि श्री. जादवजी स्वामी
आपका जन्म लीम्बड़ी में हुआ। वि० सं० १९५८ कार्तिक वदि पंचमी को लीम्बड़ी में ही आपकी दीक्षा हुई। लीम्बड़ी में ही वि० सं० २००८ फाल्गुन वदि दशमी दिन गुरुवार को आपने स्वर्ग के लिये महाप्रयाण किया।
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