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अंक ११
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१०७ पृष्ठ ३३-३४ ३-४ ५-१२ १३-२० २१-२३ २४-२७
ई० सन् १९७६ १९७६ १९७६ १९७६ १९७६ १९७६
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श्रमण : अतीत के झरोखे में लेख
लेखक
श्री जमनालाल जैन सेवा: स्वरूप और दर्शन
श्री रमेश मुनि शास्त्री पुष्पदन्त की रामकथा की विशेषताएँ
कु० प्रेमलता जैन शासन-प्रभावक आचार्य जिनप्रभसूरि
श्री अगरचन्द नाहटा वर्धमान जैन आगम-मन्दिर
श्री भूरचन्द जैन महोपाध्याय समयसुन्दर-रचित कथा-कोश
श्री भंवरलाल नाहटा The Eight Dikpalas as Depicted in the Jaina temple at Kumbharia
Shri Harihar Singh मानव-संस्कृति का विकास
श्री कन्हैयालाल सरावगी जैन वास्तुकला : संक्षिप्त विवेचन
डॉ० शिवकुमार नामदेव कीर्तिवर्द्धनकृत सदयवत्स-सावलिंगा चउपई
डॉ० अशोककुमार मिश्र सन्देशरासक में उल्लिखित वनस्पतियों के नाम श्री श्रीरजंन सूरिदेव जैन साहित्य और शिल्प में वाग्देवी सरस्वती श्री मारुति नन्दन प्रसाद तिवारी गुणस्थान : मनोदशाओं का आध्यात्मिक विश्लेषण (क्रमश:) श्री अभय कुमार जैन . त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित में रसोद्भावना
कु० मंजुला मेहता हरियाणा के सुकवि मालदेव की नवोपलब्ध रचनाएँ श्री अगरचन्द नाहटा पार्श्वभ्युदय में प्रकृति-चित्रण
डॉ० रमेशचन्द्र जैन
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