Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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ई० सन्
पृष्ठ
प्रभाव
१९७३
१९६२
asara
३-८ ४० ३९-४० २४-२७
१९५० १९५०
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श्रमण : अतीत के झरोखे में लेख
लेखक
___ वर्ष अंक आगमों में राजा एवं राजनीति पर स्त्रियों का -
डॉ० प्रमोदमोहन पाण्डेय आचार्यश्री आत्माराम जी की आगम सेवा श्री अगरचंद नाहटा आचार्य कालक और 'हंसमयूर'
पृथ्वीराज जैन आचार्य विद्यानन्द
श्री गुलाबचन्द्र चौधरी
१० आचार्य सम्राट पूज्य श्री आत्माराम जी महाराजएक अंशुमाली
श्री हीरालाल जैन
१०-१२ आचार्य सोमदेव : व्यक्तित्व तथा कर्तृत्व कु० मीनाक्षी शर्मा
३७४ आचार्य : स्वरूप और दर्शन
श्री रमेशमुनि शास्त्री
२८ १२ आचार्य हरिभद्रसूरि : प्राकृत के एक सशक्त रचनाकार श्री प्रेमसुमन जैन
१८ आचार्य हेमचन्द्र और जैन संस्कृति
डॉ० इन्द्रचन्द्र शास्त्री आचार्य हेमचन्द्र : एक महान् काव्यकार श्री अभयकुमार जैन
२८ ९ आचारांग में समाज और संस्कृति
स्व० डॉ० परमेष्ठीदास जैन आज का युग महावीर का युग है .
डॉ० ओमप्रकाश आज का युवक धर्म से विमुख क्यों ?
श्री माणकचंद पींचा "भारती' ३४ १ आज के सन्दर्भ में जैन पंचव्रतों की उपयोगिता डॉ. विनोदकुमार तिवारी ३८ ३
३८ ७
२६-३२ ३-८ ११-१६ १९-२६
१९९४ १९८६ १९७७ १९६७ १९६८ १९७७ १९८७ १९५७ १९८२ १९८७ १९८७
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ar xarax or no
३-१३ २०-३२ ३०-३४ २६-२८ ८-१२ २-६
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