________________
Jain Education International
श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक
लेख
वर्ष
अंक
ई० सन्
४७७ पृष्ठ
६. तुलनात्मक
अध्यात्म और विज्ञान -क्रमश:
प्रो० सागरमल जैन
४०
६ ४-६
१९८९ १९९७
९-१९ २०-२९
४८
४२
४२
४-६
४-६
२४
११
१९९१ १९७३ १९५७
"
For Private & Personal Use Only
अन्य प्रमुख भारतीय दर्शनों एवं जैन दर्शन में - कर्मबन्ध का तुलनात्मक स्वरूप
कु० कमला जोशी आत्मा : बौद्ध एवं जैन दृष्टि
श्री कन्हैयालाल सरावगी आधुनिक विज्ञान और अहिंसा
श्री ज्ञानमुनि जी महाराज आधुनिक विज्ञान, ध्यान एवं सामायिक
डॉ० पारसमल अग्रवाल इषुकारीय अध्ययन (उत्तराध्ययन) एवं शांतिपर्व(महाभारत) का पिता-पुत्र संवाद
डॉ० अरुणप्रताप सिंह उज्जयिनी और जैनधर्म
श्री तेजसिंह गौड़ कर्मप्राभृत अथवा षट्खंडागम : एक परिचय-क्रमश: डॉ० मोहनलाल मेहता
३३-४३ ३-९ १०-१४ ३४-४३
४७
१९९६
१६
१९९१ १९७२ १९६४ १९६५ १९६५ १९६५ १९६५
ms and
८७-९२ ३-१२ २९-३२ २३-२८ ३२-३७ १९-२२ २३-२९
१६
www.jainelibrary.org