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श्रमण : अतीत के झरोखे में लेखक श्री महेशशरण सक्सेना
वर्ष
अंक ४
ई० सन् १९५५
पृष्ठ । १४-१७
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५५-५९
४७ ३६ २५ २४ ४
डॉ० ऊषा सिंह डॉ० आदित्य प्रचण्डिया श्री जमनालाल जैन श्री देवेन्द्रमुनि शास्त्री श्री भूपराज जैन श्री सुभाषमुनि सुमन उपाध्यायश्री अमरमुनि जी
७-९ ७ ५ ६ ५
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लेख महात्मा कन्फ्यूशियस महात्मा गाँधी का मानवतावादी राजनीतिक चिन्तन
और जैनदर्शन एक समीक्षात्मक अध्ययन महामानव महावीर का जीवन प्रदेय महावीर और उनकी देशना महावीर और उनके सिद्धान्त महावीर और क्षमा महावीर और बुद्ध महावीर का अखण्ड व्यक्तित्त्व महावीर का जीवन दर्शन महावीर का जीवन दर्शन महावीर का दर्शन, सामाजिक परिपेक्ष्य में महावीर का मंगल उपदेश महावीर का वीरत्व महावीर का संदेश महावीर का साम्यवाद महावीर की जय
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२१-२४ ३-८ ३०-३४ १२-१६ ११-१६ ३-१४
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१९९६ १९९६ १९८५ १९७४ १९७३ १९५३ १९८६ १९८१ १९८४ १९८६ १९८१ १९६२ ।। १९६८ १९५५ १९५४ १९५४
डॉ० सागरमल जैन
७-९
२-९
३५ ६ ३७६ ३२६
१३ ७-८ ___ १९ ९
६ ६-७
डॉ० हरिशंकर वर्मा डॉ० भानीराम वर्मा श्री रघुवीरशरण दिवाकर श्री सुन्दरलाल जैन डॉ० इन्द्र
४९-५० २२-२७ २४-३४ २८-३१ ३१-३३
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