Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
View full book text
________________
२८८
श्रमण : अतीत के झरोखे में
Jain Education International
पृष्ठ
लेख पद्मचरित : एक महाकाव्य पद्मचरित की भाषा और शैली पद्मचरित में वस्त्र और आभूषण पद्मचरित में शकुन विद्या पार्श्वभ्युदय में प्रकृति-चित्रण पार्श्वभ्युदय में शृंगाररस भट्टारक सकलकीर्ति और उनकी सद्भाषितावली भारतीय कथा साहित्य में पद्मचरित का स्थान राजस्थानी के विकास में अपभ्रंश का योगदान वर्ण विचार वराङ्गचरित में अठारह श्रेणियों के प्रधान : एक विश्लेषण वराङ्गचरित में राजनीति श्रावक में षट्कर्म सांख्य और जैन दर्शन रमेशमुनि शास्त्री आगम साहित्य में क्षेत्र प्रमाण प्रणाली आचार्य : स्वरूप और दर्शन आचेलक्य कल्प-एक चिन्तन
For Private & Personal Use Only
# * * * * * * * * * * * * *
ई० सन् १९७४ १९७२ १९७४ १९७३ १९७७ १९७७ १९७३ १९७३ १९६९ १९७२ १९७५
#Promom ~ Arr
१०-१८ ३-१० २५-२९ २५-३० ९-१५ २९-३४ ३-११ २३-३१ ७-११ ३-८ ८-१६ ७-१३ १४-१९
१९७४
१९७५ १९७७
www.jainelibrary.org
* *
१९७८ १९७७ १९७७
१८-२१ ११-१६ १८-२०