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४०४
लेख
निर्युक्तियाँ और निर्युक्तिकार
निशीथचूर्णि पर एक दृष्टि नेमिचन्द्रजी शास्त्री और 'अरिहा' शब्द पंचास्तिकाय के टीकाकार और टीकाएं
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पंचेन्द्रिय संवाद : एक आध्यात्मिक रूपक काव्य पंजाबी में जैन साहित्य की आवश्यकता
पं० जोधराज कासलीवाल और उनका सुखविलास डॉ० रमेशचन्द्र जैन
श्री अगरचंद नाहटा
पं० मुनि विनयचन्द्रकृत ग्रहदीपिका पं० रामचंद्र गणिरचित सुमुखनृपतिकाव्य पउमचरिउ - परम्परा, संदर्भ और शिल्प पउमचरियं : संक्षिप्त कथावस्तु
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पउमसिरीचरिउ के
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मूल स्त्रोत
श्रमण : अतीत के झरोखे में
पच्चीसवीं निर्वाण - शताब्दी के आयोजनों में आगम-वाचना भी हो
लेखक
श्री मोहनलाल मेहता
श्री विजय मुनि पं० बेचरदास दोशी
डॉ० लालचन्द जैन
डॉ० मुन्नी जैन श्री माईदयाल जैन
डॉ० देवेन्द्रकुमार जैन
डॉ० के० ऋषभ चन्द्र
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11
श्री नन्दलाल मारु
वर्ष
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११
२०
३०
४८
१२
२५
२१
१९
२३
१७
2 2 2 2 2
२५
अंक
११
६
३
४
७-९
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८
१२
~ 2 a 2 m x
१०
११
१२
४
६
ई० सन्
१९५४
१९६०
१९६९
१९७९
१९९७
१९६१
१९७४
१९७०
१९६८
१९७२
१९६६
१९६६
१९६६
१९६६
१९६६
१९६६
१९७४
पृष्ठ
९-१५
५४-५८
३२-३६
३-१२
५१-६७
२२-२३
१४- १७
१५-१७
३०-३१
३-७
८-११
२२-२७
२६-३०
३-८
३-८
१६-२३
३२-३५