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लेख
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वर्ष २९
ई० सन् १९७८
४२१ पृष्ठ । २३-२४
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श्रमण : अतीत के झरोखे में
लेखक आष्टा की परमारकालीन अप्रकाशित जैन प्रतिमाएँ डॉ० मायारानी आर्य आषुतोष म्यूजियम में नागौर का एक सचित्रविज्ञप्तिपत्र
श्री अगरचन्द भँवरलाल नाहटा इतिहास की पुनरावृत्ति : एक भ्रामक धारणा श्री गुलाबचन्द्र चौधरी इतिहास की पुनरावृत्तिःयथार्थ दर्शन
प्रो० देवेन्द्रकुमार जैन इतिहास बोलता है
श्री सत्यदेव विद्यालंकार इन्द्रभूति गौतम
श्री विजयमुनि शास्त्री उच्चैर्नागर शाखा की उत्पत्ति स्थान एवं उमास्वाति - के जन्मस्थल की पहचान
डॉ० सागरमल जैन उज्जयिनी
श्री अमरचन्द्र उड़ीसा में जैन कला एवं प्रतिमा-विज्ञान की - राजनैतिक एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि
डॉ० मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी उड़ीसी नृत्य और जैन सम्राट खारवेल
श्री सुबोधकुमार जैन उत्तर प्रदेश में मध्ययुगीन जैन शिल्पकला का-विकास डॉ० शिवकुमार नामदेव उत्तर भारतीय शिल्प में महावीर
श्री मारुतिनंदन तिवारी उपकेशगच्छ का संक्षिप्त इतिहास
डॉ० शिवप्रसाद उपासक प्रतिमायें
डॉ० मोहनलाल मेहता उपरियाली का विख्यात जैन तीर्थ
श्री भूरचन्द जैन
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