Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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३१०
लेख
वीणा निर्मल जैन
धर्म और आधुनिकता वी० वेंकटाचलम् विश्वकैलेण्डर क्यों नहीं अपनाया जाय ?
बेचरदास दोशी हमारा क्रान्तिवारसा
";
वेदप्रकाश सी० त्रिपाठी
चक्रवर्तियों के चक्रवर्ती श्रमण महावीर
शंकर मुनि पूज्य श्री जिनविजयेन्द्रसूरि जी शंकर राव देव महावीर का कार्य शकुन्तला मोहन महिलाओं की मर्यादा शरदकुमार 'साधक' अहिंसा से कोई विरोध नहीं
उतार-चढ़ाव के बीच उभरती अहिंसा
श्रमण : अतीत के झरोखे में
वर्ष
३८
६
५
५
३२
१५
११
१२
१४
३१
अंक
८
७
८
ut
२
७-८
४
४
ई० सन्
१९८६
१९५५
१९५४
१९५४
१९८१
१९६३
१९६०
१९६१
१९६३
१९८१
पृष्ठ
१२-१३
१४-१८
१-८
६-१५
३१
२८-३०
१९-२१
३२-३३
३६-३९
१५-१८