Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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२९२
श्रमण : अतीत के झरोखे में
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अंक
ई० सन्
१९८६
पृष्ठ १६-२०
4
१९७४
१६-२०
१९७९
३६-३७
- 4 m
१९५६
२४-२९
१९६२
२९-३१
लेख महत्तरा श्री जी का महाप्रयाण महावीर का धर्म : सर्वोदय तीर्थ रामकुमार वर्मा भगवान् महावीर का विचार तथा कृतित्त्व समस्त विश्व के लिये अनुपम धरोहर राजकुमार जैन 'भारिल्ल' अहिंसा राजदेव त्रिपाठी अद्भुत भिखारी एवं महान् दाता राजदेव दुबे चारित्र निर्माण में आचार-पद्धति का योगदान जैन आचार-पद्धति में अंहिसा प्राचीन जैन साहित्य में शिक्षा का स्वरुप वैदिक वाङ्मय और पुरातत्त्व में तीर्थंकर ऋषभदेव राजदेव दुबे एवं प्रमोद कुमार सिंह जैन संस्कृति में सत्य की अवधारणा राजबली पाण्डेय महामानव की मानसिक भूमिका
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१९८३ १९८३ १९८५ १९८७
२६-३२ १३-२० १६-२४
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२-६
१९८४
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१९५३
३-६