Book Title: Shraman Atit ke Zarokhe me
Author(s): Shivprasad, Vijay K Jain, Sudha Jain, Asim Mishra
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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श्रमण : अतीत के झरोखे में
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लेख
-१२
अभव्यजीव नवौवेयक तक कैसे जाता है? अहिंसक मधु आगम प्रकाशन में सहयोग कौन और कैसे करे? आगम वाचना का सवाल इस चर्चा को खत्म कीजिये "कुवलयमाला" मध्ययुग के आदिकाल की एक जैन कथा क्या जाति स्मरण भी नहीं रहा क्या थे? क्या हैं? क्या होना है? छद्मस्थानां च मतिभ्रमः जनमार्ग . जैन इतिहास लेखकों को आह्वान जैन आगम और विज्ञान जैन तत्त्वों में शूबिंग के विचार जैनमुनि और माँसाहार परिहार जैन साहित्य के इतिहास की पूर्व पीठिका जैनों ने भी युग का आह्वान सुना जैनों में मूर्ति और उसकी पूजा पद्धतियों में विकास और विकार
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ई० सन् १९६८ १९५६ १९६७ १९५८ १९६० १९६७ १९६० १९६० १९५८ १९७०
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१९५ पृष्ठ ७-११ २४-२९ १६-२५ ६८-७० ४४-४७ २-१७ २९-३४ १७-२१ २६-३० ३-१५ ३१-३३ ३६-४० १६-२३ १४-२५ १८-२४ ३३-३७ ६-१७
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१९६१ १९७० १९६७ १९६९ १९६३ १९६८
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