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श्रमण : अतीत के झरोखे में
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अंक
ई० सन्
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१९५३ १९५२
३-५ १४
१९८६
१६-१७
१९७३
२०-२४
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लेख __ मोहिनी शर्मा
बंधन से अलंकार भारतीय त्यौहार मोतीलाल सुराना रिश्ता भावना का मोहनलाल दलाल दर्शाण में जैनधर्म मोहनलाल मेहता अकलंकदेव की दार्शनिक कृतियाँ अन्तरायकर्म का कार्य आकाश आगम साहित्य में कर्मवाद आगमिक प्रकरण आगमिक व्याख्याएँ उच्चगोत्र और नीचगोत्र उपासक प्रतिमायें कर्म का स्वरूप कर्म की मर्यादा
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३१-३४ ३-५ ५-७ ४-१२ ३-१३ ३-१७ ३-४ ८९-९२ ३-११ ३-५
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